“विज्ञान प्रोद्यौगिकी और पर्यावरण से जुड़े प्रश्नों का है महत्व”
दस्तक टाइम्स/एजेंसी: नीमच। पिछले कुछ वर्षो में प्रतियोगी परीक्षाओं के सेलेबस में बहुत बदलाव आए हंै, परम्परागत प्रश्नों का स्थान समसामयिक विषयों से जुड़े प्रश्नों ने लिया है। श्री सीताराम जाजू शासकीय कन्या महाविद्यालय, में एक सप्ताह की “प्रतियोगी परीक्षाओं मे सफलता कैसे प्राप्त करें” विषय पर आधारित कार्यशाला के पांचवें दिन प्रतियोगी परीक्षाओं में विज्ञान प्रोद्यौगिकी और पर्यावरण से जुड़े प्रश्नों का महत्व विषय पर प्राध्यापक साधना सेवक का व्याख्यान हुआ।
संघ लोक सेवा आयोग, राज्य लोक सेवा आयोग और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के सेलेबस में विज्ञान, प्रोद्योगिकी और पर्यावरण से जुड़े अध्यायों को शामिल कर लिया गया है। ऎसे में इस और गंभीरता से अध्ययन् की आवश्यकता है, जिससे चयन सुनिश्चत हो सके।
इस अवसर पर प्राध्यापक सेवक द्वारा तकनीकी प्रश्नों को सरलता से याद करने के तरीके बताए गए। इस अवसर पर प्राचार्य डा. एनके डबकरा ने आधुनिक युग में विज्ञान और पर्यावरण का महत्व विद्यार्थियों को बताया। कार्यशाला के छठे दिन बुधवार को अतिरिक्त कलेक्टर (आईएएस) प्रीति मैथिल नायक विद्यार्थियों से रूबरू होंगी।