मध्यप्रदेश विधानसभा के कई मेंबर्स की पिछले कुछ महीनों में हुई मौत के बाद यहां एक नया मुद्दा गरमाया हुआ है। कई मेंबर्स को विधानसभा में वास्तुदोष का डर सताने लगा है और वे इसका हल निकालने की लगातार मांग कर रहे हैं।
विधानसभा में शीतकालीन सत्र शुरू होते ही इसी महीने मारे गए दो विधायकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई, इस बीच विधायकों ने मांग उठाई की वे इस पर बातचीत करना चाहते हैं। कांग्रेस के सीनियर विधायक केपी सिंह ने कहा कि वे असेंबली से वास्तुदोष को दूर करने के लिए कारगर कदम उठाए जाने की मांग करते हैं।
साल 2013 के बाद से अबतक 9 मेंबर्स की मौत हो चुकी है। इस पर सिंह ने कहा कि हमारी संस्कृति ऐसी है कि इन सब पर विश्वास किया जाता रहा है और मैं अपेक्षा करता हूं कि हमारे पुराण और ट्रेडिश्नस की मदद से वास्तुदोष को खत्म किया जाएगा।
स्पीकर सीताशरण ने कहा कि वे इस तरह की बातों पर विश्वास नहीं करते, लेकिन लगातार मांग उठाए जाने के चलते यहां वास्तुदोष एक्सपर्ट को बुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि साल 1993 और 2003 के दौरान वास्तुदोष की समस्या विधानसभा में उठाई जा चुकी थी, जब श्रीनिवास तिवारी स्पीकर हुआ करते थे। बीजेपी से वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने भी कई सालों पहले ऐसा ही मुद्दा उठाया था।