वैक्सीनेशन के बावजूद खाड़ी देशों में जाने वाले प्रवासियों को हो रही दिक्कतें, राज्य सरकार ने केंद्र से मांगा समाधान
केरल सरकार ने कोविड -19 टीकाकरण के संबंध में खाड़ी देशों में जाने वाले प्रवासियों के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान खोजने के लिए केंद्र को पत्र लिखा है. केरल के मुख्य सचिव वीपी जॉय ने विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला को पत्र भेजकर प्रवासी केरलवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कतर और बहरीन को छोड़कर खाड़ी सहयोग परिषद देशों ने कोविड महामारी के मद्देनजर भारतीयों के प्रवेश से इनकार किया है. इस स्थिति में बड़ी संख्या में प्रवासी केरलवासी सऊदी अरब जाने के लिए नेपाल और श्रीलंका जैसे तीसरे देशों के माध्यम से बहरीन और कतर पहुंचे हैं.
साथ ही ये भी बताया गया है कि एक स्टॉपओवर के दौरान लोगों को सऊदी अरब जाने के लिए दो हफ्तों के लिए क्वारंटाइन में रहने के लिए भी कहा गया था. मुख्य सचिव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जीसीसी देश उन लोगों को अनुमति नहीं देते हैं जिन्हें कोवैक्सिन की दो खुराक मिली हैं, क्योंकि अभी वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी नहीं मिली है.
पत्र में आगे कहा गया है कि विदेश से भी कई लोग हैं जो फाइजर और सिनोफार्म जैसे टीकों की पहली खुराक पाकर घर आ गए हैं. अब ऐसी स्थिति है जहां खाड़ी देश उन्हें प्रवेश से मना कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास भारत में दूसरी खुराक पाने का साधन नहीं हैं. इसके अलावा केरल सरकार ने खाड़ी देशों की सरकारों के साथ इन मुद्दों पर चर्चा करने और घर पर फंसे प्रवासियों को जल्द से जल्द काम पर लौटने का अवसर प्रदान करने की आवश्यकता को भी उठाया.