व्यवसायी की पत्नी की मौत : पुलिस ने ढूंढ निकाला ट्रोला चालक
कोतवाल गिरधारीलाल शर्मा ने बताया कि आरोपित नौकर ने जिस ट्रोला चालक की मदद ली थी उसकी पहचान औरंगाबाद (बिहार) के संसातोला नीलाचक निवासी महेन्द्र यादव (55) पुत्र शिवनंदन सिंह यादव के रूप में हुई, जो कि खेतान ट्रांसपोर्ट कम्पनी जयपुर में ट्रोला चालक है।
वह ट्रोले में हीरो कम्पनी के दुपहिया वाहनों को लाकर डीलर एजेन्सियों तक पहुंचाता है। पुलिस ने शुक्रवार को ट्रोला चालक महेन्द्र यादव को कोतवाली थाने बुलाया। इसके बाद पूछताछ और मौके पर ले जाकर घटनाक्रम के हालातों की तस्दीक कराई गई।
बोला कि… मेरी मम्मी गिर गई
ट्रोला चालक महेन्द्र यादव ने पुलिस को बताया कि 28 सितम्बर को वह तेजमण्डी स्थित शोरुम पर दुपहिया वाहनों की डिलीवरी देने आया था, लेकिन कम्पनी बंद होने के कारण ट्रक को खड़ा कर इंतजार करने लगा।
सुबह करीब 11 से 11.30 बजे के बीच सामने के मकान से लड़का आया और बोला कि मेरी मम्मी गिर गई है, अस्पताल ले जाने में मदद करो। एक बार तो उसे लड़के और आलीशान मकान को देख शक हुआ, लेकिन फिर वह साथ चला गया।
लड़के ने घर के गेट पर खड़ा किया। फिर दोनों भीतर से अचेत व घायल महिला को उठाकर लाए और कार की पिछली सीट पर लिटाया। उस वक्त महिला की सांसें चल रही थीं। इसके बाद दोनों गार्ड निरंजन के घर गए। वहां ट्रोला चालक महेन्द्र कार से उतर गया। लड़का निरंजन नाम के व्यक्ति के साथ कार लेकर रवाना हो गया।
9 बजे निकला, 10.26 पहुंचा कॉलेज!
पुलिस का कहना है कि मृतका के पति की मोबाइल कॉल डिटेल और इंजीनियरिंग कॉलेज के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग की भी जांच की गई। इसमें पता चला कि मृतका का पति 28 सितम्बर को सुबह 10.26 बजे कॉलेज में घुसा।
इसके बाद उनकी लोकेशन कॉलेज कैम्पस में ही रही। घटना की खबर मिलने के बाद वह कॉलेज से निकला। पुलिस पुरानी कॉल डिटेल भी निकलवा रही है।
उल्लेखनीय है कि घटना के दिन पुलिस ने बताया था कि मृतका का पति घर से सुबह करीब नौ बजे कॉलेज के लिए निकला था। जबकि घर से कॉलेज की दूरी करीब 10-12 किलोमीटर ही है।