व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद पलटे डोनाल्ड ट्रम्प, कहा- मुझसे गलत बयानी हुई, रूस ने अमेरिकी चुनाव में दखल दिया था
वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल नहीं होने के अपने बयान से डोनाल्ड ट्रम्प पलट गए। उन्होंने कहा कि हेलसिंकी में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वे एक वाक्य गलती से बोल गए थे। मैंने नहीं होगा शब्द की बजाय होगा शब्द का इस्तेमाल किया था। सही वाक्य कुछ इस तरह होना चाहिए था कि मैं ऐसा कोई कारण नहीं देखता हूं कि आखिर इसमें रूस का हाथ क्यों नहीं होगा? दरअसल द्विपक्षीय वार्ता के बाद पुतिन ने कहा था कि मैं चाहता था कि डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बनें, लेकिन रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कभी दखल नहीं दिया, ट्रम्प ने पुतिन का यह बयान मान लिया। इससे उनकी अमेरिकी मीडिया में काफी आलोचना हुई। सांसदों ने भी इसे देशद्रोह जैसा बयान करार दिया।
ट्रम्प को 100 पेज की ब्रीफिंग दी गई थी। लेकिन उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान अपनी मर्जी से दिए। इसकी एक तस्वीर आज सामने आई। ट्रम्प ने टाइप किए गए बयान में एक लाइन अपनी ओर से जोड़ी थी। इस लाइन में लिखा था, (अमेरिकी चुनाव में रूस की) कोई मिलीभगत नहीं थी। अमेरिकी मीडिया ने कहा था कि पुतिन काे बेकसूर बताना ट्रम्प के कार्यकाल का सबसे शर्मनाक क्षण, यह देशद्रोह से कम नहीं है। ट्रम्प को पुतिन के सामने अमेरिकी चुनाव में रूस के दखल जैसे और भी मुद्दों पर सख्त रुख अपनाना था। ट्रम्प फिनलैंड जाते हैं, जहां उनसे पहले कोई राष्ट्रपति नहीं गया था। ट्रम्प वहां जाकर हमारे विरोधी देश के नेता की सफाई को स्वीकार कर लेते हैं और अमेरिका की खुफिया एजेंसियों को गलत साबित कर देते हैं। ट्रम्प ने जो किया, विदेशी धरती पर अब तक किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने नहीं किया। उन्होंने सलीकेदार परंपराएं तोड़ दीं। सीएनएन ने पूर्व रिपब्लिकन सांसद और एक्सपर्ट जोए वॉल्श के हवाले से कहा कि ट्रम्प ने जो किया, वह देशद्रोह है। वे अमेरिका के लिए जीता-जागता खतरा हैं।