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शताब्‍दी एक्‍सप्रेस का हाल, कोच में सीटें 60 और बुक कर दीं 70

दिल्‍ली-अमृतसर शताब्‍दी एक्‍सप्रेस की एक बोगी में 60 सीटें ही थीं, लेकिन रेलवे ने 70 सीटों की बुकिंग कर दी। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।09_11_2016-09shatabdiexpress1

जेएनएन, जालंधर। ट्रेन का नाम : शताब्दी एक्सप्रेस, कोच नंबर : सी-10 और सीट नंबर-70। यह उदाहरण आधुनिकीकरण का दावा करने वाले रेलवे की पोल खोलने के लिए काफी है। आप नहीं समझे तो और स्पष्ट कर देते हैं। रेलवे ने दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस की 60 सीटों वाले कोच में 70 सीटों की बुकिंग कर दी और इससे यात्री परेशान हो गए। ऊपर जिस टिकट का विवरण दिया है वह जालंधर के माडल टाउन के व्यापारी प्रमोद चोपड़ा का ही था। यही हाल अन्य नौ से अधिक उन मुसाफिरों का भी था जिन्हें रिजर्वेशन कराने पर सी-10 कोच में 61 से 70 के बीच का सीट नंबर मिला था।

यात्री प्रमोद चोपड़ा के मुताबिक, उसने 22 अक्टूबर को ई-टिकट के माध्यम से दिल्ली से जालंधर के लिए शताब्दी एक्सप्रेस में 8 नवंबर के लिए टिकट बुक करवाई थी। सी-10 नंबर कोच में 70 नंबर सीट बुक थी। मंगलवार को जब वह दिल्ली से चलने के लिए सी-10 कोच में पहुंचे तो वह कोच केवल 60 सीटों वाला ही था। इस संबंध में बार-बार ट्रेन के टीटीई से शिकायत करते रहे लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। दिल्ली से दो स्टेशन आगे आने के बाद टीटीई ने सी-1 कोच में सीट देकर उन्हें बैठाया लेकिन नाराज प्रमोद ने जालंधर पहुंचने पर इसकी शिकायत दर्ज कराई जिसका शिकायत नंबर 50 है।

टीटीई को अपना टिकट दिखाते पीडि़त यात्री प्रमोद।

प्रमोद कुमार का कहना है कि ऐसा मेरे साथ ही नहीं हुआ बल्कि कई अन्य यात्रियों को भी परेशानी ङोलनी पड़ी। हालांकि, बाद में उन्हें अलग-अलग कोचों में एडजस्ट किया गया। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अचानक कोच में खराबी आने की वजह से पुराने कोच को लगाकर ट्रेन को रवाना किया गया है।

पुराने कोच में केवल 60 सीटें होती हैं। ट्रेन के टीटीई ने बताया कि कोच के मिनी पैंट्रीकार में दिक्कत होने की वजह से कोच को री-प्लेस किया गया था। उसका पानी गर्म करने वाला हीटर नहीं चल रहा था।

 

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