शहीद जवानों के नाम निकली 21 रथों पर जगन्नाथ रथयात्रा
लखनऊ: हर साल निकाली जाने वाली जगन्नाथ रथयात्रा इस बार देश के शहीदों के नाम से निकाली जायेगी। जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव अमीनाबाद यात्रा उत्सव के माध्यम से सेना के जवानों एवं शहीदों के परिवार का मनोबल बढ़ायेगी। सदैव की ही भांति इस वर्ष श्री जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव, मारवाड़ी गली, अमीनाबाद, लखनऊ में 93वां वार्षिकोत्सव की उत्सव यात्रा मिति आषाढ़ सुदी द्वितीया संवत् 2074 विक्रमी तद्नुसार दिनांक- 25, जून 2017 दिन रविवार को अपराह्न 4ः00 बजे से समारोहपूर्वक प्रारम्भ होगा। यह यात्रा मारवाड़ी गली से आरम्भ होकर, फतेहगंज, गणेशगंज, नाका हिन्डोला, गुरूद्वारा रोड, गौतमबुद्ध मार्ग, लाटूश रोड, कैंसरबाग मंडी, नजीराबाद, हनुमान मंदिर अमीनाबाद होते हुये पुनः अपने स्थान मारवाड़ी गली में आकर सम्पन्न होगी। यात्रा का आरम्भ मारवाड़ी गली में आरती के साथ होगा। इसके साथ ही हर-हर बम-बम जय श्री राम के नारों के साथ यात्रा की शुरुआत होगी।
‘पुमान् पुमांसं परि पातु विश्वतः। ‘ श्रृग्वेद की यह श्रृचा भारतीय सेवा के चरित्र का वर्णन करती है। जो विश्व में शान्ति कायम रखने के लिए सदैव तत्पर है। मां भारती के चरणों में अपने प्राणों की आहूति देने वाले वीरों के सम्मान में स्व. महन्त शत्रुहनदास रथयात्रा समिति मारवाड़ी गली अमीनाबाद ने निर्णय लिया कि इस वर्ष समिति द्वारा ‘जय जवान’ का संदेश दिया जायेगा। समिति के अध्यक्ष दीपचंद्र अग्रवाल ने बताया कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्रइक द्वारा विश्व को हमारी क्षमता का आभास करा दिया। देश के प्रत्येक नागरिक को सेना का सम्मान अवश्य करना चाहिए। समिति के मंत्री नितिन माहेश्वरी ने बताया कि समिति नगर वासियों से अपील कर रही है कि भारतीय सेना के शहीदों के परिवार के सहयोग हेतु आरम्भ की गयी एप ‘भारत के वीर’ का प्रयोग कर मां भारती के वीर पुत्रों के परिवार हेतु लखनपुरी के निवासी यथा सम्भव सहयोग करें।
21 रथों पर बाल झांकियां
यात्रा में इस वर्ष 21 रथों पर बाल झांकियां, पांच घोड़ें, दो बैण्ड, आदि रहे। यात्रा के दौरान सुन्दरकाण्ड मण्डली द्वारा सुन्दरकाण्ड का पाठ चलता रहा। ‘राम जी की सेना चली’ गीत ने भक्तों में उत्साह भर दिया। फूलों द्वारा तैयार द्वादश ज्योर्तिलिंग यात्रा का मुख्य आकर्षण रहा। मार्ग में प्रभु के रथ पर भक्तों द्वारा पुष्प वर्षा की गयी। भक्तों द्वारा कारसेवको की सेवा हेतु स्थान-स्थान पर पौशालाएं लगवायी। मारवाड़ी गली में प्रातः 10 बजे से 2ः00 बजे तक कारसेवकों द्वारा भण्डारें का आयोजन किया गया। प्रभु के मुख्य रथ से महाप्रसाद (मिश्रित दालों का जामुन आदि का) वितरण किया जाता रहा। भक्तों द्वारा अपने अपने घरों एवं दुकानों के सामने प्रभु के रथ का स्वागत शंख नाद एवं घंट से किया गया। रथ के पुनः मारवाड़ी में आने पर एक महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें समस्त भक्तगण एक साथ भारतीय सेना की शक्तिवर्द्धन की प्रार्थना की। जिसके उपरान्त प्रसाद वितरण किया गया।