राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को उर्दू कविता के माध्यम से एक संदेश दिया। लालू यादव ने ट्वीट किया कि मैं इंकलाब पसंदों की इक क़बील से हूं, जो हक़ पे डट गया उस लश्कर ए क़लील से हूं। मैं यूं ही दस्त ओ गरीबां नहीं ज़माने से, मैं जिस जगह पे खड़ा हूं किसी दलील से हूं।
लालू यादव चारा घोटाले में सजा काट रहे हैं और अभी वो बीमारी के चलते रांची के एक अस्पताल में भर्ती हैं। वो पेरी अर्थरायटिस के शिकार हो गए हैं। लालू ने एक मैगजीन के हवाले से किए गए ट्वीट पर रिट्वीट करते हुए लिखा है कि चारा घोटाले में सजा काट रहे कैदी बने लालू प्रसाद यादव आज भले ही कमजोर हो गए हैं। लेकिन सच ये है कि बिहार और बिहार के बाहर आज भी 2019 किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं।
बता दें कि चारा घोटाला मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका खारिज कर दी है। इससे पहले 4 जनवरी को रांची हाईकोर्ट ने लालू की जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। कोर्ट में लालू की तरफ से बढ़ती उम्र और सेहत को वजह बताते जमानत देने की बात कही गई। कोर्ट में लालू की तरफ से कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल पैरवी कर रहे हैं।