शिवसेना की धमकी पर कार्यक्रम रद्द, गुलाम अली ने दी प्रतिक्रिया
मुंबई (8 अक्टूबर): मुंबई और पुणे में 9 और 10 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में मशहूर गजल गायक गुलाम अली नहीं आएंगे। शिवसेना की धमकी से डरकर आयोजकों ने पाकिस्तानी गजल सिंगर गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द कर दिया है।
गजल के बेताज बादशाह गुलाम अली को सिर्फ इस वजह से मुंबई में एंट्री नहीं मिली कि गुलाम अली का जन्म पाकिस्तान में हुआ है। जबकि गुलाम अली के कदरदानों में देश के पीएम मोदी भी शामल हैं। शिवसेना खुलेआम पाकिस्तानी कलाकारों और खिलाड़ियों का हिंदूस्तान की जमीन पर विरोध करती रही है। शिवसेना की दलील है कि जो देश हमारे सैनिकों को मारता है। वहां के कलाकारों को भारत में कोई प्रोग्राम नहीं करने देंगे।
प्रोग्राम होने से पहले ही शिवसेना की फिल्म शाखा चित्रपट सेना प्रमुख ने खत लिखकर कार्यक्रम स्थल के अफसर को अपनी सोच और कार्यक्रम का इजहार कर दिया था। और धमकी दी थी कि अगर प्रोग्राम हुआ तो अपेन तरीके से जवाब देंगे। खत में लिखा था कि अगर 9 और 10 अक्टूबर को होने वाले प्रस्तावित कार्यक्रम को रद्द नहीं किया गया तो हमें मजबूरन अपने तरीके से विरोध करना होगा। ये वही गुलाम अली जिन्होंने वाराणसी के संकट मोचन मंदिर में अप्रैल के महीने में अपनी आवाज से सभी का दिल जीत लिया था।
गुलाम अली ने कार्यक्रम रद्द होने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं 40 सालों से संगीत से जुड़ा हूं। एक संगीतकार हर किसी से ताल्लुक रखता है। ऐसा कभी नहीं हुआ और होना भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम के रद्द होने से फैंस को परेशानी हुई, जिसका उन्हें दुख है। गुलाम अली ने कहा कि मैं दुखी हूं कि लोगों को परेशानी हुई। मेरे फैंस को परेशानी हुई।