शुभ मुर्हूत में करें पूजन, पाएं माता लक्ष्मी की कृपा
रविवार 30 अक्टूबर को दीपावली का त्योहार है। इस अवसर पर जहां माता लक्ष्मी की पूजन अर्चन का विधान है वहीं खरीदी के लिये भी इस दिन को शुभ अवसर माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में यह उल्लेख किया गया है कि यदि दीपावली पर शुभ मुर्हूत में माता लक्ष्मी पूजन की जाये तो निश्चित ही माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, इसलिये श्रद्धालुओं को शुभ मुर्हूत में ही पूजन अर्चन करना लाभप्रद रहेगा।
पहले पूजे गणेश को
लक्ष्मी पूजन के पहले भगवान गणेश की पूजन अर्चन करना चाहिये। भगवान गणेश को देवी देवताओं में अग्रणी देवता माना गया है। उनकी पूजन के बगैर किसी भी देवी देवता की पूजन सफल फल नहीं देती है। इसलिये पूजन स्थान पर लक्ष्मी की मूर्ति या लक्ष्मी पाने के साथ गणेशजी की मूर्ति को भी स्थान देना चाहिये। इसके अलावा भगवान विष्णु का भी पूजन करने का विधान इस दिन बताया गया है।
दीपक और रंगोली शाम को पूजन के बाद दीपक की रोशनी करना चाहिये तथा इसके पहले रंगोली भी सजाई जाये। दीपावली के दिन घर में किसी तरह का क्लेष न हो, इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाये, क्योंकि क्लेष होने से न तो पूजन में मन लगता है और न ही लक्ष्मी की पूजन का फल प्राप्त होता है। दीपक पूजन के वक्त भी जलाया जाये तथा घर आंगन में दीपों की रोशनी की जाये।
दीपावली के शुभ मुर्हूत
सुबह 7.59 से दोपहर 12.10 बजे तक चर, लाभ और अमृत
दोपहर 1.34 से 2.58 बजे तक शुभ
शाम 5.34 से रात 10.22 बजे तक शुभ, लाभ और अमृत