कोरोना कहर के बीच एक तरफ जहां डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। वहीं दूसरी तरफ डेल्टा वेरिएंट को लेकर नई जानकारियां सामने आ रही हैं। नए अध्ययन से अब यह स्पष्ट हो रहा है कि डेल्टा वेरिएंट शुरुआती कोरोना वायरस से करीब 172 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। इसी प्रकार डेल्टा प्लस में हुए म्यूटेशन से यह संक्रामकता और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
नेचर में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि डेल्टा वेरिएंट अल्फा से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। अल्फा वेरिएंट पहली बार यूके में मिला था। यूके में अल्फा को ही दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार माना जाता है। अल्फा वेरिएंट शुरुआती कोरोना वायरस की तुलना में 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक था। निष्कर्ष यह निकलता है कि डेल्टा वेरिएंट शुरुआती वायरस की तुलना में 172 फीसदी ज्यादा संक्रामक हो चुका है। अभी 90 से अधिक देशों में इसका प्रसार है तथा संक्रमण में सर्वाधिक भूमिका इसी की है।