टीम इंडिया ने गुरुवार को कोलंबो में श्रीलंका को 168 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 4-0 की बढ़त बना ली है। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की और 50 ओवर में 5 विकेट पर 375 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका 207 रन पर ढेर हो गई। सीरीज का पांचवा व अंतिम मैच रविवार को आर प्रेमदासा स्टेडियम पर ही खेला जाएगा। इस मैच में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बड़ी उपलब्धि हासिल की और विराट कोहली ने कई रिकॉर्ड्स तोड़े। वहीं मेजबान टीम पूरे दौरे के समान गुरुवार को भी संघर्ष करती नजर आई। बहरहाल, हम आपको टीम इंडिया को जीत दिलाने वाले 5 हीरो के बारे में बताने जा रहे हैं। इनके प्रदर्शन से ही टीम चौथे वन-डे में श्रीलंका को एकतरफा अंदाज में मात देने में कामयाब रही। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (131 रन) ने चौथे वन-डे में अपने करियर का 29वां शतक ठोंका। वो विश्व में सर्वाधिक शतक लगाने के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंचे। कोहली ने श्रीलंका के सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या को पीछे छोड़ा जबकि अब वो इस मामले में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से पीछे हैं। विराट ने चौथे वन-डे में शुरुआत से ही आक्रामक तेवर अपनाते हुए सिर्फ 96 गेंदों में 17 चौको और 2 छक्को की मदद से 131 रन बनाए। वैसे कोहली श्रीलंकाई गेंदबाज लसिथ मलिंगा के 300वें शिकार बनकर पवेलियन लौटे। हालांकि, कोहली के शतक से भारत को विशाल स्कोर बनाने का प्लेटफॉर्म मिला। कप्तान कोहली चौथे वन-डे में जीत के असली नायक रहे।
रोहित शर्मा ने श्रीलंकाई धरती पर वन-डे में अपने खराब फॉर्म की भरपाई शानदार अंदाज में की। दूसरे वन-डे से पहले रोहित का श्रीलंका में रिकॉर्ड अच्छा नहीं था। दूसरे वन-डे से रोहित ने लय पकड़ी और 54, 124* और गुरुवार को 104 रन की पारी खेली। यह रोहित के करियर का 13वां वन-डे शतक रहा। उन्होंने सिर्फ 88 गेंदों में 11 चौको व तीन छक्को की मदद से सैकड़ा पूरा किया। रोहित ने दूसरे विकेट के लिए विराट के साथ 219 रन की साझेदारी की, जिसकी मदद से टीम इंडिया विशाल स्कोर खड़ा कर सकी।
मौके का फायदा कैसे उठाना है कोई मनीष पांडे से सीखे। विराट ने चौथे वन-डे में पांडे को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया और उन्होंने इसका बखूबी इस्तेमाल करते हुए अर्धशतक जमा दिया। पांडे ने 42 गेंदों में 4 चौको की मदद से अपने करियर का दूसरा अर्धशतक जमाया। उन्होंने धोनी के साथ छठे विकेट के लिए 101 रन की साझेदारी की और टीम इंडिया को विशाल स्कोर तक पहुंचाया। पांडे ने पिंच हिटर की भूमिका अच्छे से निभाई।
एमएस धोनी के लिए यह मैच हर हाल में स्पेशल था। वो 300वन-डे खेलने वाले टीम इंडिया के स्पेशल क्लब में शामिल हो गए। धोनी से पहले सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली और युवराज सिंह ने ही 300 से अधिक मैच खेले हैं। मैच में धोनी ने अपने पुराना अंदाज दिखाते हुए मैदान के चारों कोनो में शॉट्स लगाए। वो 42 गेंदों में 5 चौको और एक छक्के की मदद से 49 रन बनाकर नाबाद रहे। धोनी ने अपना अर्धशतक बनाने के बजाय मनीष पांडे की फिफ्टी पूरी कराई। यही उनका अंदाज है, जिसकी वजह से लोग उनके दीवाने हैं। इसके बाद धोनी ने फील्डिंग के समय तीन कैच लपके और जीत में अहम योगदान दिया।
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप ने भी मौका का सही फायदा उठाया। उन्होंने 8।4 ओवर में 1 मेडन सहित 31 रन देकर दो विकेट लिए। कुलदीप यादव ने श्रीलंका के पुछल्ले बल्लेबाजों विश्वा फर्नांडो और लसिथ मलिंगा को आउट करके टीम इंडिया की जीत पर मुहर लगाईं। कुलदीप अगले मैच में भी अपनी उपयोगिता साबित करने की पूरी कोशिश करेंगे। वैसे तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने भी अच्छा डेब्यू किया और 7 ओवर में 26 रन देकर एक विकेट लिया।