संगरूर पुलिस द्वारा पंजाब में दंगा करवाने वाले 23 डेरा प्रेमियों को समय रहते दबोचा
लुधियाना : 25 अगस्त को हरियाणा स्थित पंचकूला में सीबीआई की अदालत द्वारा डेरा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्मी घोषित किए जाने के बाद हुई हिंसक चिंगारियों का असर भले ही आज सजा की घोषणा के उपरांत कम रहा है, वही गुरमीत राम रहीम को सीबीआई की अदालत द्वारा 10 साल जेल की सजा काटने के हुकम उपरांत आशंका जताई जा रही है कि पंजाब सरकार और डेरा समर्थक किसी भी वक्त आमने-सामने वाली मुद्रा में खड़े हो सकते है। अब तक हुई गिरफतारियों को लेकर डेरा समर्थक और पंजाब पुलिस के बीच कभी भी तनाव जन्म ले सकता है। हालांकि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पुलिस को पंजाब में हालात पर काबू रखने की शाबाशी के उपरंात डेरा समर्थकों को अलग-अलग स्थानों पर गिरफतारियों का सिलसिला जारी है।
जानकारी अनुसार डेरा समर्थकों ने भी एक युद्ध नीति के तहत अदालती हुकमों से एक हफता पहले अपनी तैयारी कर ली थी। ‘सब्जी तैयार है, बंटवा दो और लेबर तैयार है नींव उखाडऩी है’ जैसे साधारण शब्दों को आम आदमी की जिंदगी में बोले जाने वाली पंक्तियों से पंजाब को हिलाने की साजिश डेरे के गुंडातत्वों द्वारा कोडवर्ड तैयार करके रची गई थी लेकिन पंजाब पुलिस की होशियारी के चलते और समय रहते उचित कदम उठा लिए जाने के चलते सूबा बड़े स्तर पर बर्बाद होने से बचा लिया गया। सूत्रों के मुताबिक 25 अगस्त को डेरा प्रमुख के खिलाफ आने वाले अदालती फरमान से दो हफते पहले कोर कमेटी के सक्रिय सदस्यों ने पंजाब को हिलाने और जलाने के लिए मंसूबे जुटा लिए थे, इसके लिए बाकायदा डेरे के गुंडा तत्वों की एक पूरी टीम ने प्रदेश भर में विश्वासनीय डेरा प्रेमियों के घर जा-जाकर गुप्त बैठकें की थी और डेरा प्रमुख के विरूद्ध किसी भी प्रकार का फैसला आने पर बड़े स्तर पर आगजनी और तबाही लाने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि इन नापाक मंसूबों की जानकारी पंजाब पुलिस को समय रहते लग गई और काफी हद तक सुरक्षा फोर्स ने इसे प्रशासनिक आदेशों के तहत लगाम भी लगा ली।