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संसद में आर्थिक सर्वे पेश: मिलेंगे सस्ते घर, अप्रैल के बाद खत्म होगा नकदी संकट

मंगलवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में आर्थिक सर्वे 2017-18 पेश कर दिया है। सर्वे के मुताबिक, नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था पर काफी नकरात्मक असर पड़ा है। 

जाने सर्वे की मुख्य बातेंः-

– WPI के मुताबिक अप्रैल-दिसंबर में महंगाई दर 2.9 फीसदी रही।

– सरकार लेकर आएगी डिजिटल रेडियो प्लेटफॉर्म जिससे डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिल सके। 

– दालों की वजह से महंगाई दर में हुआ इजाफा

– फिस्कल डेफिसिट में लगातार गिरावट जारी है। 

– क्रूड कीमतों में उछाल जीडीपी के लिए बड़ा खतरा

– नोटबंदी से कृषि क्षेत्र पर कैश की कमी का असर दिखेगा।

– वित्त वर्ष 2017-18 में क्रूड में गिरावट का फायदा मिलना बंद हो जाएगा। क्रूड के दाम में उछाल की वजह से रिजर्व बैंक से रेट कट की उम्मीद खत्म हो गई।

– उद्योगों की विकास दर घटने की आशंका। 2015-16 में यह थी 7.4 फीसदी और इस साल इसके 5.2 फीसदी रहने की आशंका

– सर्विस सेक्टर के 8.9 फीसदी से बढ़ने की उम्मीद इस वित्त वर्ष में। 

– महंगाई दर सीपीआई के अनुसार 5 फीसदी रहने का अनुमान

– प्रॉपर्टी टैक्स के लिए निगरानी रखने का सुझाव, ताकि नगर पालिका और नगर निगम स्तर पर राजस्व जुटाया जा सके 

-भारत का ट्रेड जीडीपी चीन से ज्यादा हुआ

– पीएम गरीब कल्याण योजना से अप्रत्याशित लाभ मिलने की आशा

– जीएसटी से होने वाली आय पर सावधानी बरती गई

– नोटबंदी से कुछ कृषि उत्पादों में कमी की आशंका

– यूनिवर्सल बेसिक इनकम डाटा को गंभीरता से निरीक्षण करने की जरूरत 

– इस साल जीडीपी दर के 7.1 फीसदी रहने का अनुमान

– नोटबंदी के बाद कैश का संकट अप्रैल तक खत्म हो जाएगा। 

– विकास दर का अनुमान 6.75 फीसदी से 7.75 फीसदी रहने का अनुमान

– रियल एस्टेट सेक्ट में दाम और गिरेंगे। रियल एस्टेट सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित

– सबको सस्ते घर देने को बढ़ावा देगी सरकार

– एक्सइज ड्यूटी में 0.1 फीसदी की कमी का अनुमान

– कृषि क्षेत्र में 4.1 फीसदी विकास का अनुमान। इस वक्त यह 1.2 फीसदी है।

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