बेनकाब दिल्ली : उसने दम तोड़ दिया लेकिन मदद को कोई नहीं बढ़ा, एक शख्स मोबाइल ले उड़ा
नई दिल्ली: एक बार फिर दिल्ली का चेहरा बेनकाब हुआ है. एक ऐसा चेहरा जिसके के सीने में आह-व-दर्द नहीं है, जहां इंसानियत दफ्न हो चुकी है और मुसीबत में पड़े शख्स को बचाने के लिए तड़प नहीं है. दिल्ली के चेहरे का ये चिलमन उठाया है शहर के सुभाष नगर इलाके की एक घटना ने, जहां सड़क हादसे का शिकार मतिबुल मदद के लिए चीखता रहा, चिल्लाता रहा, तड़पता रहा… लोग करीब से आते रहे-जाते रहे… किसी ने एक बूंद पानी भी नहीं दिया. बेहिसी का आलम देखिए एक शख्स मतिबुल का मोबाइल फोन ले उड़ा… मतिबुल की किसी ने मदद नहीं की और उसने दम तोड़ दिया.
मतिबुल अपने और अपने गरीब परिवार की भूख मिटाने की खातिर अपनी मिट्टी से करीब 1500 किलोमीटर दूर दिल्ली आया था, मंगलवार की रात नाईट ड्यूटी कर घर जा रहा था तभी पीछे से तेज रफ्तार से आ रहे टेम्पो ने जोरदार टक्कर मार दी, टक्कर के बाद मतिबुल सड़क किनारे तड़पता रहा लेकिन मदद के लिए कोई नहीं आया. लोग आसपास से गुजरते रहे लेकिन किसी ने न मदद की और न ही पुलिस को खबर दी. टेम्पो के ड्राइवर ने गाड़ी तो रोकी, कुछ देर देखा भी लेकिन मदद करने की जगह फिर गाड़ी में बैठकर भाग निकला. एक घंटे बाद जब पुलिस पहुंची मतिबुल दिल्ली के बेदर्द हकीकत को बेनकाब करके इस दुनिय को अलविदा कह चुका था. मतिबुल पश्चिम बंगाल का रहने वाला था और दिल्ली में अकेला रहता था.
हादसे के बाद दिल्ली सरकार का फैसला
मतिबुल की दुनिया मिट चुकी है, लेकिन अब इस हादसे को दिल्ली सरकार ने दुखद बताते हुए सड़क हादसों में घायलों की मदद के लिए एक पॉलिसी बनाने का एलान किया है. सरकार के मुताबिक इसी महीने इस पॉलिसी को कैबिनेट में ला जाएगा. इस पॉलिसी में सड़क हादसों में घायलों की मदद के लिए ऑटो और टैक्सी चालकों के साथ-साथ आम जनता को प्रोत्साहित जिया जाएगा. साथ ही घायलों की मदद करने वालों को कैश रिवॉर्ड भी दिया जाएगा.इस पॉलिसी के बारे में बात करते हुए दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस मामले पर दुख जताया और लोगों से घायलों की बिना डरे मदद करने की अपील की. जैन ने पुलिस से सीसीटीवी फुटेज की मदद से उस शख्स के खिलाफ सख्त कार्यवायी करने की मांग भी की जो हादसे के बाद घायल की मदद करने की बजाये उसका मोबाइल उठाकर भाग गया.