लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अहमद हसन ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले रोगियों केे लिए जल्द ही निशुल्क रक्त दिलवाने की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रस्ताव भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री की स्वीकृति मिलते ही यह सुविधा पूरे प्रदेश में शुरू हो जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री बुधवार को इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी की ओर से आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे। श्री हसन ने कहा कि सपा की सरकार रोगियों के हित में हर संभव प्रयास कर रही है। अस्पतालों में रक्त व यूरिन संबंधी जांचें निशुल्क कर दी गई हैं, जिससे रोगियों को राहत मिल रही है। हालांकि अभी रक्त लेने पर रोगियों को शुल्क देना पड़ता है। इसलिए वह मुख्यमंत्री से बात कर इसे भी मुक्त करवाएंगे। कोशिश होगी कि अगले वर्ष के प्रारंभ में यह सुविधा रोगियों को मिलने लगे। साथ ही ऐसी व्यवस्था करनी होगी जिससे लोग यहां से रक्त ले जाकर प्राइवेट में न बेचने लगें। इस अवसर पर चिकित्सा स्वास्थ्य राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अरविंद कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. विजय लक्ष्मी, डॉ. मनु भटनागर और लोहिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. ओमकार यादव समेत एड्स नियंत्रण सोसायटी के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले रक्तदान के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए मोटर साइकिल रैली भी निकाली गई।