सरबत खालसा के विरोध में उतरे सुखबीर, कमिश्नर से की बात
सोमवार सुबह ही पुलिस को डिप्टी सीएम के आगमन की जानकारी मिली। इसके बाद जालंधर में पुलिस सड़कों पर आ गई। सुखबीर बादल पीएपी हैलीपैड पर उतरे। वहां से निजी दौरे पर निकल गए। सरबत खालसा को रोकने और फेल करने के लिए डिप्टी सीएम सुखबीर और उनके साथी दिन रात एक किए हुए हैं।
इस निजी दौरे से जिला अकाली दल व अन्य दिग्गजों को दूर रखा गया। उनको सुखबीर बादल के आने तक की भनक नहीं थी। सुखबीर बादल ने अपना दौरा बेहद गोपनीय रखा। बताया जा रहा है कि बीते दिनों पंजाब में हुई बेअदबी की घटनाओं के बाद पैदा हुए रोष को कैसे कमजोर किया जाए और सरबत खालसा को रोका जाए, इसे लेकर सुखबीर का जालंधर दौरा था।
कांग्रेस पर आरोप लगाने के बजाय अपने अंदर झांकें
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल की ओर से अमृतसर में होने वाले सरबत खालसा के पीछे कांग्रेस का हाथ होने संबंधी लगाए आरोपों का खंडन किया है। कैप्टन ने कहा कि सुखबीर दावे कर रहे हैं कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में दोबारा से अकालियों की सरकार बनेगी। यह दावे झूठ साबित होंगे, क्योंकि लोग इस सरकार से तंग हैं।
कैप्टन ने राहुल गांधी की बरगाड़ी में पुलिस फायरिंग के पीड़ितों के पास फेरी को सियासी बताने संबंधी सुखबीर के बयान की भी निंदा की है। सोमवार को यहां जारी बयान में कैप्टन ने सुखबीर व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को सलाह दी है कि वह दूसरों खास करके कांग्रेस पर आरोप लगानेके बजाय अपने अंदर जरूर झांकें।
सरबत खालसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस एक धर्म निरपेक्ष पार्टी है, न कि अकाली दल की तरह जो धर्म को अपने सियासी मकसद के लिए इस्तेमाल करें व इसका दुरुपयोग करने पर विश्वास रखती है। कैप्टन ने सुखबीर को कहा कि उनके परिवार ने ही श्री अकाल तख्त साहिब व एसजीपीसी का सदैव दुरुपयोग किया है।