दस्तक टाइम्स/एजेंसी-
दुबई: अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने 37वें जन्मदिन के दिन ट्विटर पर ट्वीट कर संन्यास की घोषणा कर दी है। बता दें कि भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग ने नवंबर 2001 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था। सहवाग दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में ट्रिपल सेंचुरी बनाई है। सिर्फ ये ही नहीं वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में सहवाग ने इंदौर में वेस्ट इंडीज के खिलाफ चौथे वनडे के दौरान अपनी विस्फोटक पारी में 149 गेंद का सामना कर 7 छक्के और 25 चौके लगाकर 219 रन बनाने का भी रिकॉर्ड बनाया। इस तरह से वह वनडे क्रिकेट में डबल सेंचुरी बनाने वाले वह सचिन के बाद दूसरे क्रिकेटर बने। वीरेन्द्र सहवाग भारत का ऐसा बल्लेबाज है जिससे दुनिया का हर गेंदबाज खौफ खाता है। । अपने क्रिकेट के करियर में उन्होंने 23 शतक और 32 अर्धशतक लगाए है। और वनड़े क्रिकेट में उन्होंने 245 पारियों में उन्होंने 8273 रनों का आकड़ा बनाया है । इस दौरान उन्होंने 15 शतक और 38 अर्धशतक लगा कर इतिहास रचा है। सहवाग को नजफगढ़ के नवाब व आधुनिक क्रिकेट के जेन मास्टर व भारत के वीरू के रूप में भी जाना जाता है। वे दायें हाथ के आक्रामक सलामी बल्लेबाज तो हैं ही किन्तु आवश्यकता के समय दायें हाथ से ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं। उन्होंने भारत की ओर से पहला एकदिवसीय मैच 1999 में व पहला टेस्ट मैच 2001 में खेला था। सहवाग को भारत सरकार ने 2002 में अर्जुन पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त उन्हें 2008 में अपने शानदार प्रदर्शन के लिये “विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड” के सम्मान से नवाजा गया। सहवाग ने इस पुरस्कार को 2009 में दोबारा अपने नाम किया। 2011 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के नाते “ईएसपीएन क्रिकीन्फो अवार्ड” भी दिया गया।