सीएए के समर्थन में आए राज ठाकरे, बोले – सबसे पहले बांग्लादेशी, पाकिस्तान के मुस्लिमों को बाहर निकालो
मुम्बई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राजठाकरे ने गुरुवार को मुंबई में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह नागरिकता कानून का समर्थन करते हैं और केंद्र सरकार को हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं. ठाकरे ने अपने संबोधन में कहा कि सबसे पहले बांग्लादेशी – पाकिस्तानी मुसलमानो को निकालना चाहिए. ठाकरे ने कहा, “बाकी देशों की तरह भारत को भी सख्त होना होगा. हम ज्वालामुखी पर बैठे हैं. सबसे पहले बांग्लादेशी-पाकिस्तानी मुसलमानों को निकालना चाहिए. मैं केंद्रीय गृहमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को मिलकर उस जगह के बारे में बताऊंगा जहां देश-विरोधी गतिविधियां चल रही है और पुलिस अंदर नहीं जा पाती.” पीएम मोदी की आलोचना पर राज ठाकरे ने कहा, “हां, मैंने मोदी की निंदा की है, मगर जहां तारीफ करनी थी, वहां तारीफ भी की है. 370, राम मंदिर के मुद्दे पर मैंने तारीफ भी की है. केंद्र सरकार से कहना है कि अगर NRC, CAA करना है तो सबसे पहले समझौता एक्सप्रेस बंद करो.” लाउड स्पीकर बैन पर मनसे प्रमुख ने कहा, “जो मुसलमान हमारे लिए मुश्किल पैदा करेगा, हम उसके आड़े आएंगे. आजाद मैदान पर हुए मुसलमानों के उत्पात पर मैंने खुलकर विरोध किया. हमने पाकिस्तानी कलाकारों को यहां से भगाया. हमारे लिए हिंदुत्व नया नहीं है. मैं ये सब पहले भी कह चुका हूं कि धर्म को अपने घर में रखे और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटने चाहिए. हमारी आरती आपको तकलीफ नहीं देती है तो आपका लाउडस्पीकर हमें तकलीफ क्यों देता है. शांति से बिना लाउडस्पीकर के नमाज पढ़िए.
पहले कई बार मैंने पाकिस्तानी और बांग्लादेशियो को यहां से खदेड़ने की बात कही है. तब किसी ने नहीं पूछा कि हिंदुत्व की लाइन पर जा रहे हो. हमें हमारा रास्ता पता है.” हिंदुत्व पर ठाकरे ने कहा, “अंडरलाइन करके लीजिये. मैं मराठी भी हूं और हिंदू भी हूं. मैंने धर्म परिवर्तन नहीं किया है. ये पहली बार नहीं कहा, मेरे पुराने भाषण देखिये हिंदुत्व के बारे में. अगर मेरे मराठी पर आंच आई तो मराठी बनकर भिड़ूंगा. अगर मेरे हिंदुत्व पर आंच आई तो हिंदू बनकर भिड़ूंगा.” गौरतलब है कि महाराष्ट्र की सियासत में भगवा को लेकर एक बार फिर भाई और भाई में जंग छिड़ गई है. बड़े भाई उद्धव ठाकरे ने सत्ता की खातिर भगवा का क्या त्याग किया तो छोटे भाई राज ठाकरे ने भगवा को अपनाने में देरी नहीं की.