मुंबई. केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाओं के बीच प्रदेश में भी राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को केंद्र जाने के लिए कहा जा सकता है जबकि प्रदेश सरकार के कुछ मंत्रियों को पद छोड़ना पड़ सकता है। उनकी जगह पर नए विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिलने की उम्मीद है। हालांकि भाजपा की तरफ से इस पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।
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पार्टी सूत्रों का कहना है कि यदि राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो कुछ दागी मंत्रियों को हटना पड़ सकता है। महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र में भाजपा के गृहनिर्माण मंत्री सुभाष देसाई और शिवसेना के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। विपक्ष के दबाव के बाद मुख्यमंत्री ने दोनों मंत्रियों के खिलाफ लगे आरोपों की जांच की घोषणा की। दोनों मंत्रियों ने इस्तीफे की पेशकश की थी। लेकिन मुख्यमंत्री ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही फैसला लिया जाएगा।
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सूत्रों के अनुसार केंद्र में विस्तार डेढ़ साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जाएगा। मुख्यमंत्री फडणवीस को उनकी साफ सुथरी छवि के कारण केंद्र में जाने का अवसर मिल सकता है।
इससे एक बार फिर से प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील और वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के नाम कयास लगाए जा रहे हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।