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गाजियाबाद। फांसी के फंदे पर लटकने से आखिरी समय पर बचे निठारी के मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को खुली अदालत में सुनवाई होनी है। वह इस समय डासना जेल में बंद है। कोली ने फांसी लगने के बाद अपनी आंखें, दिल और किडनी जरूरतमंदों को दान दिए जाने की इच्छा जताई है। यही नहीं उसने अपने आखिरी समय में महात्मा गांधी की आत्मकथा पढ़ने की भी इच्छा जताई है। ये सारी बातें उसने डासना जेल अधीक्षक को भेजे गए खत में लिखी है। बता दें कि पिछले दिनों गाजियाबाद सीबीआई विशेष न्यायाधीश एके गुप्ता ने उसका डेथ वारंट भी जारी कर दिया था। फांसी के लिए मेरठ कारागार में इंतजाम पूरे कर लिए गए थे। कोली को गाजियाबाद से मेरठ कारागार में भी शिफ्ट कर दिया गया था। इसी बीच एक रिव्यू पिटीशन पर सुनवाई के चलते सुप्रीम कोर्ट ने उसकी फांसी पर 29 अक्टूबर तक स्टे लगा है।