सेरेना विलियम्स ने की स्टेफी ग्राफ के रिकॉर्ड की बराबरी, विम्बलडन जीतकर
लंदन। दुनिया की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने शनिवार को सातवीं बार विंबलडन का खिताब जीत लिया। इसके साथ ही अमेरिकी खिलाड़ी ने जर्मनी की स्टेफी ग्राफ के ओपन युग में रिकॉर्ड 22 ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली।
28वीं बार ग्रैंडस्लैम फाइनल खेलने उतरी सेरेना ने जर्मनी की एंजेलिक कर्बर को 7-5, 6-3 से शिकस्त दी। यह मुकाबला 81 मिनट तक चला। हालांकि कुछ मौकों पर कर्बर ने सेरेना को कड़ी टक्कर दी, लेकिन जर्मनी खिलाड़ी ने अंततः गत चैंपियन सेरेना के 39 विनर और 13 ऐस के सामने घुटने टेक दिए।
पिछले साल विंबलडन के रूप में 21वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के बाद सेरेना को अमेरिकी ओपन के सेमीफाइनल और फिर ऑस्ट्रेलियाई ओपन और फ्रेंच ओपन के फाइनल में शिकस्त का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में सेरेना को कर्बर ने ही हराकर करियर का पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीता था। अमेरिकी खिलाड़ी ने ग्रास कोर्ट पर कर्बर को मात देकर उसका हिसाब भी बराबर कर लिया।
अब निगाह मारग्रेट के रिकॉर्ड पर : सेरेना का अगला लक्ष्य अब मारग्रेट कोर्ट के सर्वकालिक 24 ग्रैंडस्लैम खिताब के रिकॉर्ड की बराबरी करना है। यह उनके करियर का 71वां सिंगल्स खिताब है और वह मार्टिना नवरातिलोवा के नौ विंबलडन खिताब की बराबरी करने से दो खिताब दूर हैं।
पहले सेट कर्बर ने दी कड़ी टक्कर : सेरेना को कर्बर की पहली ही सर्विस तोड़ने का मौका मिला था, लेकिन जर्मनी खिलाड़ी ने तीन ब्रेक प्वाइंट बचाए। अपने पहले विंबलडन और दूसरे मेजर फाइनल में खेल रही कर्बर ने इसके बाद पहले सेट में सेरेना को कड़ी टक्कर दी।
सेरेना ने हालांकि मौकों की तलाश जारी रखी और अंततः कर्बर की सर्विस तोड़कर पहला सेट जीत लिया। कर्बर ने सेट प्वाइंट पर गलती करते हुए सेट सेरेना की झोली में डाला। दूसरे सेट में दिखाया शानदार खेल : दूसरे सेट की शुरुआत में कर्बर ने अच्छा खेल दिखाया।
उन्हें सातवें गेम में ब्रेक प्वाइंट मिला, लेकिन सेरेना ने लगातार दो ऐस के साथ अपनी सर्विस बचा ली। सेरेना ने अगले ही गेम में कर्बर की सर्विस तोड़ी और फिर अपनी सर्विस बचाते हुए सेट के साथ मैच और खिताब अपने नाम किया।
इस हार के साथ कर्बर का 20 वर्ष बाद यहां चैंपियन बनने वाली पहली जर्मनी खिलाड़ी बनने का सपना भी टूट गया। उनसे पहले 1996 में ग्राफ चैंपियन बनीं थीं।