सेहत के लिए बुजुर्ग जिम कर रहे ज्वाइन, फिटनेस ट्रेनर के निर्देशन में कर रहे वर्कआउट
वाराणसी : 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके बुजुर्ग भी फिट रहने को जिम का सहारा ले रहे हैं। इस आयु में जो लोग नौकरी से रिटायर हो चुके होते हैं या बिजनेसमैन जिनके बच्चों ने व्यापार संभाल लिया है तो इनके पास खुद को सेहतमंद रखने को वक्त मिल जाता है। 60 पार के ज्यादातर लोगों में डायबिटीज, हृदय रोग, ब्लडप्रेशर, जोड़ों के दर्द और मोटापे की समस्या देखी जाती है। ये लोग डॉक्टरों से सलाह लेकर ही जिम ज्वाइन कर रहे हैं। साथ ही ट्रेनर को अपने स्वास्थ्य की पूरी जानकारी देते हैं। जिम में ट्रेनर 60 प्लस लोगों को हाई इंटेंसिटी वर्कआउट नहीं कराते क्योंकि इससे उनके जोड़ों व सीने पर जोर पड़ेगा। लो-इम्पैक्ट एक्सरसाइज कराई जाती है। इसमें वॉक, साइकिलिंग और अधिक से अधिक स्ट्रेचिंग कराया जाता है। 60 प्लस के लोग जिम में जाते हैं तो सबसे पहले इनकी मेडिकल रिपोर्ट देखी जाती है। हर दिन अलग-अलग वर्कआउट का चयन किया जाता है। ऐसा वर्कआउट न करें जिससे सांस लेने में परेशानी हो, सलाह दी जाती है।
बुजुर्गों को एरोबिक जोन में ही वर्कआउट करना चाहिए। इससे अधिक मात्रा में आक्सीजन शरीर के भीतर पहुंचेगा। हैवी डंबल, रॉड, वेट लिफ्टिंग न कराएं। एज फैक्टर के कारण ज्वाइंट टीशू कमजोर हो जाते हैं इसलिए हाई इम्पैक्ट एक्सरसाइज कतई न करें। -राहुल पांडेय, फिटनेस ट्रेनर। सर्टिफाइड ट्रेनर से ही ट्रेनिंग लें। आपसे कोई एक्सरसाइज नहीं हो पा रहा तो जबरदस्ती न करें। अपनी डाइट को लेकर सतर्क रहें। कपड़े व जूते आरामदायक पहनें। किसी की सलाह पर कोई एनर्जी ड्रिंक न लें।