कोलकाता (एजेंसी)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से टिकट की पेशकश की बात सामने आने के बाद अब पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष ने भी रविवार को गांगुली के यहां स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने हालांकि गांगुली से मुलाकात को महज औपचारिक बताया है और उसे राजनीतिक रंग दिए जाने की बात खारिज की है। भट्टाचार्य ने कहा ‘‘मीडिया में जिस तरह की चीजें उछाली गई हैं उसके विपरीत मुलाकात का कोई खास अर्थ नहीं है। वे क्या करेंगे यह उनका अपना फैसला होगा। मैंने राजनीति को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं रखा। यह निजी मुलाकात थी।’’राजनीतिक गलियारे में हालांकि इस बात की चर्चा चल रही है कि कांग्रेस ने गांगुली को राज्यसभा का टिकट देने अथवा वर्ष 2०14 में लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनने का प्रस्ताव दिया है। इस बीच गांगुली (41) ने कहा कि उन्हें भाजपा की ओर से प्रस्ताव मिला है लेकिन उन्होंने इस बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। गांगुली ने कहा ‘‘हां मुझे प्रस्ताव मिला है लेकिन अभी तक मैंने कोई फैसला नहीं किया है। यह एक बड़ा फैसला है कोई आसान-सा मामला नहीं है। मुझे कई पहलुओं पर विचार करना होगा।’’ संयोग से एक दिन पहले भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने जोर देकर कहा था कि उन्होंने भाजपा की पेशकश ठुकरा दी है। मुंबई में उन्होंने कहा था ‘‘मैंने इनकार कर दिया है। मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा।’’ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने शनिवार को कहा था कि पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव वरुण गांधी ने नई दिल्ली में एक मुलाकात के दौरान गांगुली को अपनी पसंद के क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ने की पेशकश की थी। इस बीच भाजपा-कांग्रेस की होड़ पर ताना कसते हुए राज्य में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि इससे क्रिकेटर की लोकप्रियता काफूर हो गई है। राज्य के पंचायती राज मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा ‘‘कांग्रेस देश में अब चूकी हुई ताकत हो गई है। बंगाल में अकेली पड़ गई है। मेरा मानना है कि रविवार को हुई मुलाकात से गांगुली की लोकप्रियता कम हुई है।’’ माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता अशोक भप्ताचार्य ने गांगुली को लुभाने की भाजपा और कांग्रेस की कोशिश को प्रचार का हथकंडा कहा है।