3 साल पहले एक युवक हंसता खेलता फ्रांस गया था, लेकिन अब कुछ ऐसा हो गया कि वह जिंदा लाश बन गया। हालत ऐसी है कि देखकर मां बाप रो रोकर बेसुध हुए जाते हैं।
हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मदद से मोहाली के खरड़ के गांव सिंबल माजरा निवासी अवतार सिंह और उनकी पत्नी अमरजीत कौर को फ्रांस जाने का वीजा मिला। इनका बेटा अमरिंदर सिंह इन दिनों फ्रांस में उपचाराधीन है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने यह मामला विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष उठाया था, जिसके बाद इन्हें बेटे से मिलने के लिए वीजा मिल गया।
सिरसा ने बताया कि पिछले दिनों अमरिंदर सिंह के परिवार की मदद मांगने संबंधी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। उसके बाद उन्होंने अमरिंदर सिंह के परिवार से संपर्क किया और मामला विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष रखा। सारी बात जानने के बाद विदेश मंत्रालय ने तुरंत फ्रांस के दूतावास से संपर्क किया, जिसने दोनों को विशेष केस के रूप में वीजा हासिल करने के लिए आवेदन की मंजूरी दे दी और उनको वीजा दे दिया।
सिरसा ने बताया कि अवतार सिंह का बेटा अमरिंदर सिंह तीन साल पहले अपनी पत्नी और 3 वर्षीय बच्ची के साथ 14 लाख रुपए खर्च करके फ्रांस गया था। यहां उनके घर एक बेटे ने जन्म लिया। परिवार हंसता-खेलता समय बिता रहा था कि करीब तीन हफ्ते पहले अचानक अमनिंदर को किसी अजीब बीमारी ने घेर लिया। वह बीमार रहने लगा। हालत खराब हो गई तो उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
जांच में पता चला कि उसके खून में इंफेक्शन हो गया है, जो उसके पूरे शरीर में फैल चुका है। सिर्फ 5 दिन में ही इस बीमारी ने अमरिंदर को इस तरह घेरा कि डॉक्टरों को उसके पैर और नाक काटना पड़ा। 8वें दिन डाक्टरों ने उसकी जिंदगी बचाने और बीमारी को फैलने से रोकने के लिए उसके हाथ भी काट दिए। अब यह नौजवान एक जिंदा लाश की तरह बनकर रह गया है।