अद्धयात्मटॉप न्यूज़फीचर्ड
हथेली में भाग्य रेखा देखिए और जानिए किस उम्र में आपके पास होगा खूब पैसा


भाग्य रेखा के उदय का हथेली में कोई निश्चित स्थान नहीं है कई लोगों की हथेली में यह मणिबंध से तो कुछ हाथों में शुक्र या चन्द्र पर्वत के पास से तो किसी की हथेली के मध्य से यह शुरु होती है। जिस प्रकार भाग्य रेखा के उत्पन्न होने का स्थान निश्चित नहीं है उसी प्रकार उसके अंत का निश्चित नहीं है। लेकिन यह माना जाता है शनि पर्वत तक आने वाली या उसके आस-पास तक आने वाली रेखा भाग्य रेखा है। तो आइये अब भाग्य रेखा पर नजर डालें।

भाग्य रेखा का अंत आमतौर पर शनि पर्वत यानी मध्य उंगली के पास होता है इसलिए इसे शनि रेखा भी कहते हैं। जिनकी हथेली में शनि पर्वत के पास भाग्य रेखा गहरी होती है वह दूरदर्शी, गंभीर और मेहनती होते हैं। ऐसे व्यक्तियों का भाग्य सबसे ज्यादा प्रभावशाली वृद्धवस्था में होता है इनका बुढ़ापा बहुत ही आनंद और सुख में बीतता है। इनके जीवन का सुनहरा समय बुढ़ापे में आता है।
हथेली में भाग्य रेखा कहीं गहरी, कहीं पतली, कहीं उथली और कहीं चौड़ी है तो यह संकेत है कि आपका भाग्य हमेशा एक जैसा नहीं रहेगा। हथेली में जिन स्थानों पर भाग्य रेखा गहरी है जीवन के उस भाग में आप खूब उन्नति करेंगे और जहां पर उथली और पतली है उस समय भाग्य का साथ कम मिलने से कठिनाई।
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार अगर भाग्यरेखा सांप की तरह लहरदार है तो इसका मतलब है कि आपके जीवन में ठहराव की कमी रहेगी। यह संकेत है कि आपके कैरियर यानी नौकरी व्यवसाय में जल्दी-जल्दी बदलाव आएंगे। लेकिन जहां पर यह रेखा गहरी होगी जीवन के उस भाग में आप खूब पैसा कमाएंगे।
हथेली में भाग्य रेखा अचानक से टूट गयी हो और फिर आगे बढ़ रही है तो यह संकेत है कि आपको उम्र के भाग में व्यापार या नौकरी में बाधाओं का सामना करना होगा। लेकिन कुछ समय के बाद फिर से आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होने लगेगी। अगर कटने के बाद भाग्य रेखा पतली होकर आगे बढ़े तो पहले जैसी आर्थिक स्थिति नहीं रहेगी इस बात का संकेत समझना चाहिए।

समझना चाहिए।
भाग्य रेखा अगर शनि पर्वत के पास ही उदय हो रहा है तो यह संकेत है कि आपको जीवन भर संघर्ष करना होगा। आपका बेहतरीन समय 50 साल के बाद शुरु होगा।
