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हर माह के तीसरे बुधवार को आयोजित होंगे किसान दिवस

Alok-Ranjan-UP-CSलखनऊ। प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार को किसान दिवस जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित कर किसानों की समस्याओं का निराकरण स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि किसान बैठक में कृषि क्षेत्र से जुडे़ प्रत्येक विभाग से संबंधित अधिकारियों तथा किसान प्रतिनिधियों को भी अवश्य आमंत्रित किया जाय। उन्होंने कहा कि अपने-अपने गॉंवों की समस्याओं को बैठक में रखने के लिए प्रगतिशील किसानों को भी आमंत्रित किया जाय। ताकि वे समस्याओं का समाधान तत्काल हो जाने के उपरान्त उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि कर सकें। मुख्य सचिव मंगलवार को तिलक हाल में मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी नीचे स्तर के अधिकारियों की आख्या पर संतुष्ट न हो कर वास्तविक जानकारी प्राप्त कर निर्णय लें। विशेष रूप से राजस्व अधिकारियों को लेखपाल की रिपोर्ट को ही अन्तिम रिपोर्ट मान कर निर्णय नहीं लेना चाहिये। मुख्य सचिव ने कहा कि भूमि सेना योजना की मानीटरिंग फील्ड स्तर पर सुनिश्चित कराकर किसानों को लाभान्वित कराया जाय। उन्होंने बुन्देलखण्ड में खरीफ फसल की बुआई बढ़ाने के भी निर्देश दिये। श्री रंजन ने कहा कि जनपद में किसानों को अनुदान पर कृषि निवेश एवं अन्य उपकरणों, संचालित योेजनाओं के लाभार्थियों की चयन प्रक्रिया संबंधी जानकारी तथा आयोजित की जाने वाली कृषि प्रदर्शनियों  एवं मेलों के आयोजन की जानकारी अवश्य उपलब्ध कराई जाय। श्री रंजन ने नगर विकास विभाग को निर्देश दिया है कि पानी की सभी टंकियों को एक सप्ताह के अन्दर सफाई करवाकर उनसे स्वच्छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाय। उन्होंने कहा कि पाइप्ड वाटर सप्लाई के दौरान बहुत सी जगहों पर वाटर-लीकेज होने से बहुमूल्य पेयजल बर्बाद होता है जिसे तत्काल रोकने के उपाय किये जाय और सुनिश्चित किया जाय कि कहीं भी पाइप में लीकेज न हो। मुख्य सचिव ने नगर विकास विभाग को निर्देश दिए है कि जहॉं पर पानी की कमी हो वहॉ पर टैंकर से स्वच्छ जल की आपूर्ति कराई जाय। उन्होंने नगर आयुक्तों और अधिशासी अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया है कि वे अपने क्षेत्र का सघन दौरा करके जलापूर्ति व्यवस्था का निरीक्षण करें और एक कंट्रोल रूम की स्थापना करें जहॉं पर लोग पानी की आपूर्ति की कमी की शिकायत दर्ज करा सकें। उन्होंने कंट्रोल रूम को 24 घण्टे संचालित करने के साथ व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए हैं।

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