हार्दिक पटेल ने समर्थकों से कहा, ‘आत्महत्या करने की बजाए पुलिस वालों का कत्ल करो’
तो वही दूसरी तरफ डीजीपी ठाकुर ने कहा कि हार्दिक ने ऐसा राष्ट्रविरोधी और समाज विरोधी बयान देकर लक्ष्मण रेखा को लांघने का काम किया है।
उन्होंने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का बेजा इस्तेमाल करार देते हुए कहा कि पूरे प्रकरण की जांच की जायेगी और इस मामले में कानूनसम्मत कार्रवाई होगी। उधर, पटेल आरक्षण आंदोलन से जुड़े सरदार पटेल ग्रुप के अध्यक्ष लालजी पटेल ने भी अपने आप को हार्दिक के इस बयान से अलग कर लिया।
उन्होंने कहा कि गांधीवादी आंदोलन में हिंसा और हत्या का कोई स्थान नहीं है। लालजी पटेल ने ही पटेल समुदाय के लिए ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन की शुरुआत की थी।
राज्य में पिछड़ी जातियों के संगठन ओबीसी एकता मंच के संयोजक अल्पेश ठाकूर ने कहा कि हार्दिक के ऐसे अराजक बयान से उनके बार बार के इस दावे की पुष्टि होती है कि यह युवक मानसिक संतुलन खो गया है और पूरे पाटीदार समाज को गलत रास्ते पर ले जाने की अराजक कोशिश कर रहा है।