हिमाचल में जारी है बर्फ़बारी, पारा -3 के नीचे पहुंचा
जिला शिमला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुफरी, फागू, नारकंडा और खड़ापत्थर में बुधवार रात सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। पहाड़ियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। हिमाचल के पहाड़ों पर तीन दिनों से रुक-रुककर बर्फबारी के बीच मनाली में भी सीजन का पहला हिमपात हो गया है।
हिमाचल प्रदेश में जमकर बर्फबारी हुई है। शिमला जिले और मनाली शहर में सीजन का पहला हिमपात हुआ है। मनाली के मॉल रोड में बुधवार देर शाम सेफद चादर बिछ गई। मनाली के रोहतांग दर्रे पर तीन फीट के करीब ताज़ा हिमपात हुआ है। रोहतांग दर्रा पहले ही वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया। जो कि अगले साल अप्रैल में बहाल किया जाएगा। दर्रे पर हुए भारी हिमपात से जिला लाहौल स्पीति का देश दुनिया से अगले पांच महीनों के लिए कट गया है। लाहौल स्पीति की जनता को आने-जाने के लिए हवाई मार्ग और रोहतांग टनल ही सहारा बचा है। पर्यटन नगरी मनाली में हल्का हिमपात हुआ है। बर्फ के फाहों में पर्यटकों ने देर शाम तक लुत्फ उठाया। इसी बीच, रोहतांग समेत प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में तीसरे दिन भी बर्फबारी का दौर जारी रहा। शिमला के अतिरिक्त प्रदेश के कई इलाकों में बारिश भी हुई। मौसम के इस बदले मिजाज के चलते प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। जनजातीय जिलों किन्नौर और लाहौल-स्पीति में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया है। प्रदेश में तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के चार शहरों में तापमान माइनस में रिकॉर्ड किया गया है। केलांग में -3.3, मनाली में -1.2, कल्पा में -0.8 और कुफरी में -0.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। राजधानी शिमला में भी न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मनाली से 50 किमी दूर पर्यटन स्थल मढ़ी में 1 फीट बर्फबारी हुई है। इसके अलावा, सोलंगनाला में आधा फीट और मनाली शहर में तीन इंच बर्फ गिरी है। कुल्लू घाटी में भी चारों तरफ की पहाड़ियों में बर्फबारी से लकदक हो गई है। यहां पारा भी गिर गया और घाटी में ठंड बढ़ गई है। कुल्लू के प्रसिद्व धार्मिक पर्यटन स्थल बिजली महादेव में 3 इंच तक बर्फबारी दर्ज की गई है। कुल्लू की ऊंची पहाड़ियों सेवन सिस्टर्स, हनुमान टिब्बा, देऊ टिब्बा में लगघाटी और मणिकर्ण में 3 फीट बर्फ गिरी है। गुरुवार को कुल्लू और आसपास के इलाकों में हालांकि धूप खिली है। मौसम खुलने से लोगों ने राहत की सांस ली और घाटी में लोग धूप आंनद ले रहे हैं।