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हिमाचल में सेब की 3 करोड़ पेटियां बिकी, 50 लाख बिकनी बाकी

Farmers busy in their apple orchard in outskirts of Himachal Pradesh on Sunday 6 September 2009. Himachal Pradesh is one of India’s major apple-producing regions, with more than 200,000 families engaged in cultivation of the fruit. The state produced 510,000 tonnes of apples in 2008-09, though this was higher at 593,000 tonnes in 2007-08. The apple economy of the state is around Rs.1,500 crore and flourishes mainly in Shimla, Kullu, Mandi, Lahaul and Spiti, Kinnaur and Chamba districts. “The state government in collaboration with the CII (Confederation of Indian Industry) is holding an ‘Apple Festival-09' in Shimla Oct 3 to 4,” Chief Secretary Asha Swaroop said Thursday. Photo by: Amit Kanwar

दस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली:  हिमाचल प्रदेश में सेब का सत्र समाप्त होने वाला है और इस दौरान राज्य में तीन करोड़ से अधिक पेटी सेब बिक चुके हैं। यह बात रविवार को एक अधिकारी ने कही। 20 किलोग्राम की करीब 40-50 लाख पेटियां और बिकनी बाकी है।  

 
बागवानी विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य से विभिन्न बाजारों में तीन करोड़ से अधिक सेब की पेटियां भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद, विपणन एवं प्रसंस्करण निगम और हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारिता विपणन एवं उपभोक्ता संघ लिमिटेड की बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत 31,758 टन सेब खरीदे गए हैं।
 
उन्होंने बताया कि किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति जिले के ऊपरी इलाकों में कुछ फसल बाकी रह गए हैं। इन जिलों से इन दिनों किन्नौर जिले के चांगो, रिब्बा और नामगिया घाटी से और लाहौल एवं स्पीति के हर्लिंग घाटी के अत्यधिक अच्छी गुणवत्ता वाले सेब अभी टूट रहे हैं।
 
 
राज्य का फल उद्योग 3,500 करोड़ रुपये का है, जिसमें अकेले सेब की 89 फीसदी हिस्सेदारी है। राज्य में आम तौर पर सेब उत्पादन ढाई करोड़ पेटी या करीब पांच लाख टन होता है। इस साल करीब 3.50 करोड़ पेटी सेब का उत्पादन गत वर्ष के करीब 2.90 करोड़ पेटी उत्पादन से काफी अधिक है। राज्य का 90 फीसदी सेब घरेलू बाजार में ही खपत होता है।

 

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