स्पोर्ट्स

हॉकी टीम की दीवार पीआर श्रीजेस को इतने करोड़ इनाम का ऐलान

नई दिल्ली: ओलंपिक्स में 41 साल का इंतजार खत्म कर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाने में भारतीय हॉकी टीम की दीवार गोलकीपर पीआर श्रीजेस की बड़ी भूमिका रही। श्रीजेस गोलपोस्ट पर दीवार की तरह खड़े रहे और बॉल को अंदर जाने से रोकते रहे।

श्रीजेस की इसी मेहनत का सम्मान करते हुए उनके लिए बड़े इनाम की घोषणा की गई है। केरल सरकार ने गोलकीपर पीआर श्रीजेश के लिए 2 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की है। इसके साथ ही लोक शिक्षा विभाग में उप निदेशक (खेल) श्रीजेश को संयुक्त निदेशक (खेल) के पद पर पदोन्नत किया जाएगा। वहीं वीपीएस हेल्थकेयर के डॉ शमशीर वयालिल ने उनके लिए 1 करोड़ रुपए की घोषणा की। उन्होंने कहा, गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। हम उनके योगदान को स्वीकार करते हैं और रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है।

कोच्चि के पास गांव में रहने वाले पीआर श्रीजेस जब 30 किमी दूर प्राथमिक विद्यालय में थे, तब उनके शारीरिक शिक्षक को यकीन हो गया था कि उन्होंने खेल की अगली सनसनी का पता लगा लिया है। श्रीजेश हर चीज में अच्छे थे। वह डिस्कस और भाला फेंक सकते थे। वह छलांग लगा सकते, वह वॉलीबॉल और बास्केटबॉल दोनों टीमों में रहे। लंबी कूद के साथ-साथ ऊंची कूद भी कर सकते थे। श्रीजेश इतने बहुमुखी थे कि उन्हें राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक खेल विद्यालय जीवी राजा स्पोर्ट्स स्कूल में भेज दिया गया, जहां वे जो भी खेल कौशल चाहते थे, उसमें सुधार कर सकते थे।

स्कूल में एक दिन वह हॉकी खेल रहे किशोरों के एक समूह के पास से गुजरे, तो शायद उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि यही उनकी नियति है और यही उन्हें आगे चलकर टीम इंडिया की दीवार बना देगी। जर्मनी के खिलाफ ओलंपिक्स के मैच में उन्होंने बेहतरीन गोलकीपिंग करते हुए कई गोल बचाए। विशेष रूप से अंतिम 7 सेकंड में जब जर्मनी को एक पेनल्टी कार्नर मिला, तब श्रीजेस ने इसे गोल में जाने से रोककर भारत के लिए इतिहास रच दिया।

Related Articles

Back to top button