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हो चूका है ऐसा, ऑनलाइन RAPE में मिली पहली बार किसी को मिली सजा

ऑनलाइन रेप – दुनियाभर में आधुनिक प्रगति का दौर चल है लेकिन इन सबके बावजूद भी क्राइम रेट दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है खासतौर पर यौन शोषण के अपराध जिनसे बच्चे तक सुरक्षित नही है। अब तक माता पिता  यौन शोषण से बचने के लिए अपने बच्चों को घर से रात को न निकलने की सलाह देते है, किसी अनजान से बात न करने की , किसी पर जल्दी भरोसा न करने की वैगरा वैगरा। इसके अलावा सेल्फ डिफेंस ट्रेंनिग और हेल्पलाइन की सुविधा भी आजकल यौन शोषण के अपराधओं को रोकने के लिए दी जाती है। क्योंकि हमें लगता है यौन शोषण शरीर से होता है।हो चूका है ऐसा, ऑनलाइन RAPE में मिली पहली बार किसी को मिली सजा

अगर कोई आपको टच नही कर सकता तो वो कुछ भी करे य़ौन शोषण नही है। पर क्या आपको नही लगता ये गलत है। मानसिक तनाव देकर संबंध बनाने के लिए मजबूर करना या फिर किसी का अश्लील वीडियो बनाना भी क्या  य़ौन शोषण नही है। ब्लैक मेंल करके होने वाले अपराध आजकल तेजी से बढ रहे है। जिसका सबसे बड़ा कारण सोशल मीडिया की बढती लोकप्रियता है। सोशल मीडिया पर होने वाले क्राइम्स में पिछले 5 सालों में दुनियाभर में बहुत उछाल आया है।

सोशल मीडिया पर लोग पहले अच्छे से दोस्ती करते है और उस व्यक्ति के करीब जाते है इसके बाद उनके साथ रिलेशन बनाने की कोशिश करते है उनसे उनकी प्रावेट तस्वीरें मांगते है। और जो दे देते है उन्हे बाद में ब्लैकमेल करते है। ऐसे लोगो के झांसे में नाबालिग बच्चे ज्यादा फंसते है। लेकिन अब तक ऐसे केसस में यौन शोषण की सजा नही सुनाई जाती थी जिस वजह से अक्सर अपराधी बच जाते। लेकिन पहली बार किसी अपराधी को ऑनलाइन रेप केस में सजा सुनाई गई है।

ब्योर्न सैमस्ट्रोम नाम के अपराधी को ब्योर्न सैमस्ट्रोम को स्वीडन की अदालत ने ऑनलाइन रेप के लिए 10 साल की सजा सुनाई है। दरअसल ब्योर्न सैमस्ट्रोम नाम का ये व्यक्ति बच्चो को आनलाइन चैटिंग के जरिए पहले अपनी बातों में फंसाता था। उसके बाद वैबकैम पर बात करते हुए उन्हे यौन क्रियाएं करने को कहता था। अगर बच्चे ऐसा नही करते तो उन्हे वीडियो चैट नेट पर डालने की धमकी देता। साथ ही उनके माता पिता को भी उनके वीडियो भेजने ने की बात कहता।

जिसे बच्चे घबराकर उसकी बातें मान लेते और उसे खुश करने के लिए यौन क्रियाएं करने लगते । खबरों के मुताबिक इस अपराधी ने अब तक ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, स्वीडन के कई बच्चो को अपना शिकार बनाया है। इस बात को खुद अपराधी ने स्वीकार है कि उसने 2015 से 2017 के दौरान इन देशो के कुल 27 नाबलिग  बच्चों के साथ ये अपराध किया।  हालाकि अपराधी के वकील का कहना है कि इस केस में यौन शोषण की सजा नही होनी चाहिए थी। इसलिए वो इस फैसले के खिलाफ सुफ्रीम कोर्ट में मुकदमा दर्ज करेंगे।

वैसे आपको बता दे ये पहला मामला नही है दुनियाभर में कई लोग इस ऑनलाइन रेप का शिकार हो रहे है जहां चैटिंग एप के जरिए नाबालिगों को फंसा कर उनके साथ रेप किया जाता है। हालाकिं इस मामले में किसी अपराधी को पहली बार किसी को यौऩ शोषण पर लगने वाली धारा के तहत फैसला सुनाया गया है जो वाकई मे सराहनीय है।

 

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