त्रिफला या त्रिफला चूर्ण जो कि आंवला, हरद और बहेड़ा के अवयवों से मिलकर बना होता है। चूर्ण को बनाने से पहले तीनों अवयव को धूप में सुखाकर चूर्ण बनाया जाता है। वैसे तो ये तीनों चीजें शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं मगर त्रिफला के चूर्ण के फायदे अनेक है। त्रिफला कब्ज़ से राहत दिलाता है, हाजमे की शक्ति को ठीक करता है, चयापचय (metabolism) को बढ़ाता है, दृश्यशक्ति को बढ़ाता है, शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकालता है। आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर से अतिरिक्त कफा को संतुलित करता है।
कैसे काम करता है त्रिफला
डीएआरयू जर्नल ऑफ फार्मसूटिकल साइन्स के अध्ययन के प्रकाशन के अनुसार त्रिफला वज़न घटाने की प्रक्रिया को गति देता है। अध्ययन के तथ्य के अनुसार 5 ग्राम त्रिफला के सेवन से कुछ ही हफ्तों में वज़न घटाया जा सकता है। साथ ही आपको यह जानकर खुशी होगी कि आपकी मोटी कमर भी पतली हो सकती है। इसका कोई साइडइफेक्ट भी नही है।त्रिफला का इस्तेमाल कैसे करें?
आचार्य बालकृष्ण के अनुसार एक छोटा चम्मच (5 ग्राम) त्रिफला चूर्ण के मिश्रण में एक चम्मच शहद मिलाकर कुछ दिनों तक इसका सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
ऐसे बनाएं मिश्रणएक छोटा चम्मच त्रिफला पाउडर लें और उसको एक बर्तन में 200 मिलीलीटर पानी लेकर रातभर भिगोकर रखें (8 घंटे तक)। अगले दिन सुबह इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न हो जाय। आंच से उतारकर पीने लायक ठंडा होने के लिए रख दें। इससे पावडर तलहट में बैठ जायेगा। अब पानी को निथार लें या छानकर उसमें एक चम्मच शहद डालकर रोज सुबह खाली पेट पियें।