गुंटूर. यहां गवर्नमेंट हॉस्पिटल के NICU में एडमिट एक 10 दिन के बच्चे की चूहों के काटने से मौत हो गई। मामला बुधवार का है। बच्ची की बायीं आंख और हाथ की उंगलियों को चूहों ने बुरी तरह से काटा। उसके चेहरे पर भी खरोंच के निशान पाए गए हैं।बुधवार सुबह जैसे ही बच्चे के पेरेंट्स ने उसके चेहरे और हाथ-पैरों में ब्लीडिंग होती देखी तो वे उसे ड्यूटी डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन उसने कोई सही जवाब नहीं दिया। इसके कुछ देर बाद बच्चे की मौत हो गई। उसकी मां चावेली लक्ष्मी ने कहा, “हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने बच्चों के वॉर्ड में चूहों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की। मेरे बेटे की जान चूहों ने नहीं, बल्कि इस हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ली है।”मृत बच्चे के पिता नागाराजू ने कहा, “हमने एक हफ्ते पहले ही हॉस्पिटल के डॉक्टरों को चूहों के बारे में बताते हुए अपने बच्चे की सुरक्षा के लेकर चिंता जताई थी। लेकिन उन्होंने इसे सीरियसली नहीं लिया। डॉक्टरों ने मुझसे कहा कि तुम्हारा पहले से ही एक दो साल का बेटा है, इसलिए चिंता क्यों करते हो।” नागाराजू दिहाड़ी मजदूर है। बच्चे का जन्म 17 अगस्त को विजयवाड़ा में हुआ था। लेकिन उसे कुछ परेशानी थी, इसलिए गुंटूर के हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया था। हालत में सुधार नहीं हुआ तो बच्चे को एनआईसीयू में रखा गया, लेकिन यहां वह चूहों का शिकार बन गया। मामला सामने आने के बाद आंध्र प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं