10 साल की मासूम ने बताया ‘दीदी के कपड़े उतार कर वो लोग करते थे गंदा काम’
जहां एक ओर बुंदेलखंड सूखे और जलसंकट से जूझ रहा है. लोग भूख प्यास से मर रहे हैं. वहीं हवास के पुजारियों की भी भूख ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है. महिलाओं को सुरक्षा देने के सरकारी दावे बांदा में अपना दम तोड़ रहे हैं. हवस के दरिंदे यहां आये दिन गरीब मासूमों की आबरू रौंद रहे हैं. लेकिन क़ानून व्यवस्था के रखवालो की कार्यशैली में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा. अभी दो दिन पहले दबंग परिवार द्वारा किशोरी को 21 दिन तक बंधक बनाकर रेप के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी भी नहीं हुयी है और फिर दो नाबालिग को अगवा कर गैंगरेप का मामला सामने आया है.
पीड़िताओं में एक की उम्र 15 साल तो दूसरी की महज 10 साल है। पीड़िता ने बताया कि दोनों बहनों को कार से एक रूम में ले गए और वहां बड़ी बहन संग दोनों ने बलात्कार किया। “4 दिन तक दोनों आदमियों ने अलग-अलग जगह बंधक बनाकर हमारे साथ बलात्कार किया,” बड़ी बहन ने बताया। पीड़िता की छोटी बहन ने रोते हुए बताया, “दोनों आरोपी दीदी के कपड़े उतारकर उसके साथ गंदा काम करते थे। मैं रोती थी तो दोनों मुझे पीटते थे।”
पांच दिन तक दो बहने बलात्कारियों के शिकंजे में फंसी रही लेकिन पुलिस ने उन्हें तलाश करने की ज़हमत तक नहीं उठाई. लड़कियों को गांववालों ने बरामद किया तब पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उनका मेडिकल कराया है.इस बार नाबालिग किशोरियों को अगवा कर गैंगरेप की वारदात बांदा के कमासिन थाना क्षेत्र के गांव बीरा से सामने आई है. गांव के दबंग भुल्ली और मनोज करवरिया ने दो चचेरी बहनों को उस समय धोखे से अगवा कर लिया जब वो घर की मरम्मत करने के लिए मिटटी खोदने गई थीं. उनकी मां के बीमार होने का झांसा देकर आरोपियों ने उन्हें वाहन में बैठा लिया और चार दिन तक अलग-अलग स्थानों में बंधक बनाकर रेप करते रहे.
इस दौरान पीड़िताओं के परिजन ढूंढते रहे और 5 दिन बाद बांदा के बस स्टैंड में आरोपी दोनों बहनों को छोड़ कर फरार हो गए. पीड़ित बहनों के बयान पर अब पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चिकित्सीय परीक्षण कराया है लेकिन अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है.अब देखना यह है कि पुलिस पूरे मामले में क्या एक्शन लेती है.