100 दिन में कारपोरेट जगत को दिखा भारी बदलाव
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के 100 दिन पूरे होने के करीब हैं। ऐसे में कारपोरेट जगत को सरकार के कामकाज में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। कारपोरेट जगत का मानना है कि नई सरकार जवाबदेही व क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दे रही है। उद्योग मंडल एसोचौम ने एक सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय कारपोरेट जगत के सर्वेक्षण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 10 में से 8 की रैंकिंग मिली है। पिछले एक सप्ताह के दौरान उद्योग जगत के 357 दिग्गजों पर किए गए सर्वेक्षण में 78 फीसद ने भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति वैश्विक व घरेलू निवेशकों की अवधारणा में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। इसका संकेत इस बात से मिलता है कि विदेशी संस्थागत निवेशक उभरते बाजारों में भारत को सबसे आगे रखकर चल रहे हैं। करीब 83 प्रतिशत मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ), चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशकों व मुख्य वित्त अधिकारियों का मानना है कि व्यापक आर्थिक मानदंडों मसलन सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) संभावनाओं के अलावा औद्योगिक उत्पादन, सेवाओं, निर्यात, व्यापार घाटे और चालू खाते के घाटे (कैड) के मोर्चे पर भारत की स्थिति बेहतर नजर आ रही है। एसोचौम के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था के सभी पहलू काफी मजबूत नजर आ रहे हैं और आगे चलकर आर्थिक वृद्धि छह फीसद की राह पर पहुंच सकती है। महंगाई भी नीचे आ रही है जिससे ब्याज दरों में कटौती का रास्ता खुलेगा।’’ हालांकि सर्वेक्षण के अनुसार, उद्योग जगत का एक तबका शुरुआत से ही बड़ी घोषणाओं की उम्मीद कर रहा था, लेकिन उनका यह अनुमान सही साबित नहीं हुआ। सरकार बड़ी घोषणाओं के बजाय क्रियान्यन पर ध्यान केंद्रित कर रही है।