झारखंड में चाईबासा और चतरा से 13 उग्रवादी गिरफ्तार, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद
रांची: नक्सलियों और उग्रवादी संगठनों के खिलाफ द्वारा चलाये जा रहे अभियान में शुक्रवार को झारखंड पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने चतरा में सात और चाईबासा में छह उग्रवादियों को गिरफ्तार किया। दोनों स्थानों पर उग्रवादियों के पास से कई हथियार बरामद किये गये हैं। पुलिस का कहना है कि इन उग्रवादियों की गिरफ्तारी से कई घटनाओं का खुलासा होगा।
चतरा में एसडीपीओ अशोक रविदास के नेतृत्व में पुलिस ने टूटकी जंगल से टीपीसी उग्रवादी संगठन के सबजोनल कमांडर रामराज रजक और उसके छह सहयोगियों उमेश कुमार, गणेश कुमार महतो, होरिल भुईयां राहुल कुमार, श्याम उरांव और दिलीप कुमार शामिल हैं। गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से एम-1 गैंड राइफल, एक एसएलआर, एक अमेरिकी स्टेनगन, एक बंदूक, देसी कट्टा, 105 कारतूस समेत कई अन्य सामान बरामद हुए हैं। चतरा के एसपी राकेश रंजन ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि टीपीसी उग्रवादी संगठन का दस्ता हथियार के बल पर चतरा जिले में वसूली की योजना बना रहा है। सूचना के आधार पर एसपी राकेश रंजन के निर्देश पर सिमरिया एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। इस टीम ने टूटकी जंगल में छापा मारकर सात उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें सब जोनल कमांडर रामराज पर जिले के अलग-अलग थाने में और बिहार के दो थाना में कुल 8 मामले दर्ज हैं।
उधर चाईबासा जिले की पुलिस ने पंड्राशाली निवासी ठेकेदार विपिन कुमार महाकुड़ का अपहरण कर पिटाई करने और रंगदारी मांगने के मामले में पीएलएफआई के छह सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसपी अजय लिंडा और किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर शुक्रवार को चाईबासा में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी। गिरफ्तार युवकों के पास से तीन कट्टा, एक नक्सली वर्दी, पीएलएफआई द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला लेटर पैड आदि जब्त किया गया है। गिरफ्तार पीएलएफआई उग्रवादियों में दीपक गोस्वामी, चुन्नु दास, तापस दास, सोनू महापात्र, विनय कुमार दास और विकास कुमार सिंह शामिल हैं।