अपराध

13 साल की बच्ची से करा रहे थे वेश्यावृत्ति, बयां की दर्दनाक दास्तां

तीन साल पहले उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से अपहरण करके लाई गई किशोरी के यौन शोषण के मामले ने सनसनी फैला दी। हैवानों के चंगुल से छूटकर कोर्ट पहुंची किशोरी ने रौंगटे खड़े कर देने वाली आपबीती बताई। रोहतक में बलात्कार के बाद उसे वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल दिया गया। रूचि (बदला हुआ नाम) करीब 20 दिन पहले वह रोहतक से बवानीखेड़ा पहुंची। यहां से एक युवक ने उसको अधिवक्ता के पास पहुंचाया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक का कहना है कि उनके पास बच्ची या अधिवक्ता नहीं आए और अगर आते हैं तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

रौंगटे खड़े कर देने वाली आपबीती बताई

मंगलवार को कोर्ट पहुंची करीब 16 साल की रूचि ने रौंगटे खड़े कर देने वाली आपबीती बताई। रूचि ने बताया कि तीन साल पहले वह अपने गांव में ही खेल रही थी। इसी दौरान उसका अपहरण कर लिया गया। चौपहिया वाहन में डालकर उसे बेहोश कर दिया। जब उसे होश आया तो वह एक मकान में बंद थी। अपहरण करने वालों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।

बाद में उससे वेश्यावृत्ति करवाने लगे। मना करने पर मारपीट करते थे। महिला उससे घर का काम भी जबरन करवाती और मना करने पर बेरहमी से पीटा जाता। कुछ माह पहले बवानीखेड़ा की एक महिला व दो युवक उसे बवानीखेड़ा ले आए और यहां वेश्यावृत्ति करवाने लगे।

यहां भी मना करने के दौरान उससे मारपीट की गई। एक दिन वह घर में रो रही थी तो एक डीजे वाले भैया ने देखा और उसे अपनी धर्म बहन बनाते हुए सहायता का आश्वासन दिया।

रोहतक पुलिस ने नहीं की कार्रवाई

वह उसे किसी तरह उनके चंगुल से निकालकर रोहतक लेकर गया और एक आंटी के पास किराये पर कमरा दिलाया। मगर बवानीखेड़ा के युवकों ने उसे फिर खोज लिया और वापस ले आए। आज मौका मिला तो वह किसी तरह घर से भागकर कोर्ट में आई और उक्त धर्म भाई की सहायता से वकील से मिली।किशोरी ने बताया कि करीब साल भर पहले उसे रोहतक में भी भागने का मौका मिला और वह भागकर सीधे थाने पहुंच गई थी। अनपढ़ होने के कारण कोई शिकायत नहीं लिख सकी, मगर पुलिस वालों को मौखिक तौर पर बताया। लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई और उसे वहां से भगा दिया गया। इसी दौरान आरोपी युवक वहां आ गए और फिर से उसे पकड़ ले गए।

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