15 अप्रैल से लॉकडाउन खोलने की तैयारियां तेज, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसद, विधायकों से मांगे सुझाव
लखनऊ : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। उत्तर प्रदेश में 15 अप्रैल से लॉकडाउन खोलने की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के विधायक और सांसदों से वीडियो क्रांफेंसिंग पर बात की, जिसमें मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि हो सकता है 15 अप्रैल से फेसवाइज लॉकडाउन खोला जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी सांसदों, विधायकों और मंत्रियों से लॉकडाउन खुलने के बाद कि स्थिति संभालने के लिए सुझाव मांगें हैं। मुख्यमंत्री योगी का कहना है कि सरकार को इससे अपनी कार्ययोजना बनाने में मदद मिलेगी। सरकार का पूरा जोर इस बात पर है कि लॉकडाउन खोलने के बाद भीड़ जमा न हो। इसके लिए भी पूरी तैयारियां चल रही हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम 15 अप्रैल से फेसवाइज लॉकडाउन खोल सकते हैँ। लेकिन तो हालात बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे। सभी को इसका पूरा ख्याल रखना जरूरी है। ऐसे में जो जहां फंसा होगा, वहां से आने का प्रयास करेगा। उत्तर प्रदेश सरकार पहले उन जिलों से लॉकडाउन हटाएगी, जहाँ कोरोना वायरस संक्रमण अपेक्षा काफी कम है। इसमे भी वायरस संक्रमण वाले हॉट स्पॉट चिन्हित किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में रविवार को 16 नए मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें 15 मरीज तबलीगी जमात से जुड़े हैं। प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 264 हो गई है। इसमें 123 मरीज ऐसे हैं जो दिल्ली के निजामुद्दीन तबलीगी जमात से लौटेे हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते दो दिनों में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से हुए इजाफे के पीछे तबलीगी जमात में शामिल लोग मुख्य कारण हैं। उत्तर प्रदेश में अब कोरोना वायरस का संक्रमण कुल 30 जिलों तक फैल गया है। मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों, सांसदों से सुझाव मांगने से पहले जिलों के डीएम व एसपी से भी लॉकडाउन हटाने के बाद के हालात का आकलन करने को कहा था। वहीं कुछ दिन पहले अधिकारियों ने बताया था कि अगर लॉकडाउन खुला तो सबसे पहले बाजार व मंडियों को खोला जाएगा। माल में मल्टीपलेक्स को इस दायरे से बाहर रखने की योजना बन रही है। मौजूदा वक्त की सारी ऐहतियात बाद में भी सख्ती से बरती जाएगी। इसमें समूह में न निकलने से लेकर सैनिटाइजेशन तक शामिल हैं।