उत्तर प्रदेशराज्य

150 दिन में 450 लोगों ने किया रेप, झांसे में फंसी विक्टिम ने सुनाई आपबीती

rape-victim_1455804346दस्तक टाइम्स एजेंसी/कानपुर. लखनऊ पीजीआई की नर्स पर नाबालिग का चार महीने तक रेप कराए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ि‍ता के मुताबिक, नर्स उसको बातों में फंसाकर अपने साथ कानपुर से लखनऊ ले आई। यहां डॉक्टरों से उसका रेप करवाया। पीड़ि‍ता ने बताया कि 150 दिन में 450 लोगों ने 450 बार उसका रेप किया।
 
गुरुवार को पुलिस ने जिला अस्पताल उर्सला में पीड़ि‍ता का मेडिकल कराया। पुलिस ने उसकी तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है। हालांकि, एसपी साउथ अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि चार महीने बाद रिपोर्ट दर्ज कराने के पीछे के रहस्य को भी जानने की कोशिश जा रही है। उन्‍होंने बताया कि अगस्त 2015 के बाद 17 फरवरी 2016 को इस मामले की तहरीर देने आई पीड़ित से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसको और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस वजह से उसने अपने घर में किसी को कुछ नहीं बताया था।
 
 
आरोपी नर्स के यहां काम करती थी पीड़ि‍ता की मां…
– बर्रा इलाके के रामजानकी मंदिर के पास रहने वाले सुनील के परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं।
– आरोपी सुशीला सचान लखनऊ पीजीआई में नर्स है। उसका कानपुर के बर्रा में दो स्कूल और लखनऊ के बरगंवा गांव में शांति मेडिकोस नाम का हॉस्पिटल भी है।
– पीड़ित छात्रा सोनिया (बदला हुआ नाम) सुशीला और उसकी बहन भी यहीं पढ़ती थीं।
– इसी स्कूल में पीड़ि‍ता की मां साफ-सफाई का काम करती थीं।
 
डॉक्‍टरों ने किया रेप
– पीड़िता ने बताया कि बीते 26 जनवरी 2015 को सुशीला सचान मेरे घर आई।
– उसने मेरी मां से कहा कि आयुषी को मेरे साथ लखनऊ भेज दो। वह मेरी और मेरे 2 साल के बच्‍चे की देखभाल करेगी।
– मां ने मुझे उसके साथ लखनऊ भेज दिया।
– सुशीला ने एक हफ्ते तक तो ठीक से रखा, लेकिन इसके बाद अचानक एक दिन वार्ड की सफाई करने को कहा।
– वार्ड में तीन लोग पहले से मौजूद थे, जिन्‍होंने मेरे साथ रेप किया।
– इसके बाद वहां 8 महीने तक अलग-अलग डॉक्‍टरों ने मेरा रेप किया।
 
छोटी बहन को भी फंसाने की थी साजिश
– पीड़िता के मुताबिक, मैं किसी तरह भागकर 8 अगस्त 2015 को घर आ गई।
– सुशीला दोबारा घर आई और मां से छोटी बहन को अपने साथ लखनऊ ले जाने के लिए दबाव बनाने लगी।
– मैंने मां को अपने साथ हुई आपबीती के बारे में बताया, जिसके बाद पूरे मामले की जानकारी एसएसपी को दी।
– उन्‍होंने बर्रा थाने में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए।
 
क्या कहना है मां का?
– पीड़ि‍ता की मां ने बताया कि सुशीला मेरी बेटी के कपड़े उतारकर उसे बुरी तरह पीटती थी। उसको खाना भी नहीं देती थी।
– उनका आरोप है कि सुशीला अपना निजी अस्पताल चलाने के लिए डॉक्टरों के सामने लड़कियों को पेश करती है।

Related Articles

Back to top button