नई दिल्ली: 30 साल में यह पहला मौका है, जब किसी एक दल को स्पष्ट बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनावों में कांग्रेस ने शानदार बहुमत प्राप्त किया था। अब लोकसभा चुनाव 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लोकसभा की 543 सीटों के लिए जारी मतगणना में मिल रहे रुझानों में 278 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार 333 सीटों पर आगे चल रहे हैं। शुक्रवार को सुबह आठ बजे शुरू हुई मतगणना में भारतीय जनता पार्टी को शुरू से बढ़त मिलती दिखाई दे रही थी, लेकिन अब उसके खुद के प्रत्याशी ही लोकसभा में बहुमत के लिए आवश्यक सीटों से ज़्यादा 278 पर आगे चल रहे हैं, और बीजेपी गठबंधन को कुल 331 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। फिलहाल सभी 543 सीटों से रुझान मिल चुके हैं, जिनमें से 333 सीटों पर बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं, जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के उम्मीदवार 62 सीटों पर सिमटकर रह गए दिख रहे हैं। 148 संसदीय क्षेत्रों में अन्य प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं। इस बीच, गुजरात की वड़ोदरा और उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीटों से नरेंद्र मोदी जीत गए हैं। गांधीनगर से लालकृष्ण आडवाणी और विदिशा सीट से सुषमा स्वराज भी चुनाव जीते हैं। वैसे, बीजेपी के वरुण गांधी तथा कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा भी जीत चुके हैं। उत्तर प्रदेश की बागपत सीट से राष्ट्रीय लोकदल के अजित सिंह बीजेपी के सत्यपाल सिंह से हारे हैं, और सुल्तानपुर सीट पर बीजेपी के वरुण गांधी विजेता घोषित कर दिए गए हैं। कर्नाटक की शिमोगा सीट पर बीएस येदियुरप्पा को विजेता घोषित किया गया है। इस बीच, आम आदमी पार्टी ने भी लोकसभा चुनाव 2014 में खाता खोल लिया है, और पंजाब की संगरूर सीट से उसके प्रत्याशी भगवंत मान को विजेता घोषित कर दिया गया है।
मिल रहे अन्य रुझानों के अनुसार, उत्तर प्रदेश की मैनपुरी सीट पर समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव आगे चल रहे हैं, और भागलपुर से बीजेपी के शाहनवाज हुसैन बढ़त बनाए हुए हैं। चिकबलापुर में कांग्रेस के वीरप्पा मोइली आगे हैं, जबकि बिहार की सासाराम सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी तथा 15वीं लोकसभा की स्पीकर मीरा कुमार पीछे चल रही हैं। मथुरा सीट पर बीजेपी की हेमा मालिनी आगे चल रही हैं, जबकि फतेहपुर सीकरी में राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी अमर सिंह पीछे चल रहे हैं। हालांकि बीजेपी के अरुण जेटली पंजाब की अमृतसर सीट पर पिछड़ रहे हैं, जबकि सारन सीट पर आरजेडी की राबड़ी देवी भी पिछड़ रही हैं। दक्षिण कन्नड़ सीट पर कांग्रेस के जनार्दन पुजारी पीछे चल रहे हैं, जबकि उत्तरी बंगलौर सीट से बीजेपी के डीवी सदानद गौड़ा चुनाव जीत गए हैं। गाजियाबाद से भी बीजेपी के वीके सिंह आगे चल रहे हैं, और गुड़गांव से बीजेपी के ही राव इंद्रजीत सिंह आगे हैं, जबकि रोहतक सीट पर कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा आगे हैं। झांसी में बीजेपी की उमा भारती आगे चल रही हैं, जबकि गुना में कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा छिंदवाड़ा में कांग्रेस के ही कमलनाथ आगे चल रहे हैं। सोलापुर से कांग्रेस के सुशील कुमार शिंदे आगे चल रहे हैं, जबकि बीड से बीजेपी के गोपीनाथ मुंडे आगे हैं। नई दिल्ली सीट से बीजेपी की मीनाक्षी लेखी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से आगे चल रही हैं। कुल मिलाकर नौ चरणों में हुए लोकसभा चुनाव 2014 की मतगणना देशभर में एक साथ आठ बजे शुरू हुई थी, और चुनाव आयोग के आकलन के अनुसार, आखिरी परिणाम शाम चार बजे तक मिल जाने की संभावना है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने कहा कि देशभर में 989 केंद्रों पर मतगणना शाम चार बजे तक पूरी हो जाने की संभावना है। मतगणना की पूर्वसंध्या पर गुरुवार को मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने कहा था कि देशभर में निर्वाचन अधिकारियों द्वारा अच्छी तरह तैयार की गई मतदाता सूचियों के परिणामस्वरूप अच्छा मतदान हुआ। भारत के इतिहास में सबसे लंबे चले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गजों समेत 8,251 उम्मीदवार मैदान में थे। राष्ट्रीय दलों कांग्रेस, भाजपा, बसपा, भाकपा, माकपा और राकांपा ने कुल 1,591 उम्मीदवार खड़े किए थे। 47 प्रादेशिक पार्टियों ने 529 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। वहीं 1,600 से अधिक अन्य पंजीकृत, लेकिन गैर-मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों ने 2,897 प्रत्याशियों पर भरोसा जताया था। इनके अलावा 3,234 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में अब तक का सर्वाधिक मतदान हुआ और देश में करीब 81.4 करोड़ मतदाताओं में से 66.38 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। आयोग ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी मतगणना मेजों पर माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए हैं। निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मतगणना के हर राउंड और हर मेज का प्रिंटआउट उम्मीदवारों के एजेंटों को प्रदान करें।