कश्मीर में हिंसा तथा कालोनियों में पथराव से सहमे 200 से अधिक कश्मीरी पंडित पलायन कर जम्मू पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री विशेष रोजगार पैकेज के तहत नौकरियां हासिल करने वाले विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने जम्मू लौटना शुरू कर दिया है।
खौफजदा इन मुलाजिमों का कहना है कि अब वह घाटी वापस नहीं जाएंगे। उन्हाेंने कहा हमने फैसला कर लिया है कि अब ड्यूटी ज्वाइन करने नहीं जाएंगे। दहशत के माहौल में उन्होंने डीजीपी, सीएम कार्यालय और पीएमओ में सूचना दी लेकिन केंद्र और राज्य सरकार उन्हें सुरक्षा देने के मामले में पूरी तरह से विफल हो गई। वे वापस जाकर पत्थरबाजों की निशानेबाजी प्रैक्टिस के बुत नहीं बनना चाहते हैं।
मुलाजिमों ने आपबीती बयान कर कहा कि छोटे बच्चों से लेकर महिलाएं उन पर पत्थर बरसा रहे हैं। उनकी दूध सहित अन्य जरूरी वस्तुओं की सप्लाई को रोक दिया गया है। वेस्सू ट्रांजिट आवास में रह रही सरकारी मुलाजिम सरिता कुमारी ने कहा कि सरकार उन्हें सुरक्षा देने में नाकाम रही है।