ज्ञान भंडार
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नई दिल्ली: ज्योतिष का उदेश्य आकाशीय और खगोलीय विश्लेषण को पृथ्वी पर होने वाली घटनाओं से जोड़ना होता है। ज्योतिष को वेद का नेत्र माना जाता है और वेद की प्राचीनता सर्व मान्य है। संसार का सबसे प्रचीन ग्रंथ वेद माने जाते हैं। मानव स्वभाव होता है कि वह जानना चाहता है जो हो रहा है वह क्यों, कैसे और क्या हो रहा है। मनुष्य उन बातों को भी जानने के लिए उत्सुक रहता है जिनसे उसे प्रत्यक्ष लाभ होने की संभावन नहीं होती है। 12 राशियां होती है और हर व्यक्ति की अलग-अलग राशि होती है।
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