आइसलैंड में 24 घंटों में 2,200 भूकंप, ज्वालामुखी के विस्फोट होने की संभावना
रेकजाविक/ नई दिल्ली : आइसलैंड (Iceland) की राजधानी रेकजाविक के आसपास के क्षेत्र में पिछले 24 घंटों में लगभग 2,200 भूकंप दर्ज किए गए हैं। इसे ज्वालामुखी विस्फोट करीब होने का संकेत मना जा रहा है। आइसलैंडिक मौसम विज्ञान कार्यालय ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी।
आइसलैंडिक मौसम विज्ञान कार्यालय के मुताबिक, भूकंप के झटके मंगलवार शाम करीब 4 बजे (1600 जीएमटी) ज्वालामुखी प्रणाली के ऊपर स्थित माउंट फाग्राडल्सफजाल के नीचे शुरू हुए। यहां पर पिछले दो वर्षों में आइसलैंड के दक्षिण-पश्चिमी छोर रेक्जेन्स प्रायद्वीप पर दो विस्फोट हुए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बात की जानकारी देते हुए एजेंसी ने कहा, “लगभग 2,200 भूकंपों का पता चला है और सबसे बड़े भूकंप आइसलैंड के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में महसूस किए गए हैं।” मौसम विभाग ने कहा कि यहां भूकंपीय गतिविधि जारी रहने की संभावना है।
भूकंपीय गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने अपने विमानन अलर्ट को “ग्रीन” से “ऑरेंज” करने के आदेश दिए है। यह रंग कोड विमानन उद्योग को विस्फोट के जोखिमों के बारे में सूचित करने के लिए बनाया गया है।
2010 में हुआ था विस्फोट
जानकारी के लिए बता दें कि आइसलैंड के ऍयाफ़्यात्लायोएकुत्ल्ल ज्वालामुखी ने साल 2010 में लावा उगला था। इसके वजह से यूरोप के ऊपर से उड़ने वाली एक लाख से ज्यादा फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा था। पूरी दुनिया को यह डर था कि लावा से बने शीशे जैसे कण एयरक्राफ्ट इंजन में पिघल सकते हैं और टरबाइंस को जाम कर सकते हैं। इतिहास की नजर से देखें तो कटला के लावा उगलने से एक-दो साल पहले ऍयाफ़्यात्लायोएकुत्ल्ल फट पड़ता है।
आइसलैंड यूरोप का सबसे बड़ा ज्वालामुखी क्षेत्र
आइसलैंड यूरोप का सबसे बड़ा और सबसे सक्रिय ज्वालामुखी क्षेत्र है। यह उत्तरी अटलांटिक द्वीप से मध्य-अटलांटिक रिज तक फैला हुआ है। साल 2021 और 2022 में राजधानी रेकजाविक से 40 किलोमीटर (25 मील) दूर माउंट फाग्राडल्सफजाल के पास लावा निकला, जिससे सक्रिय ज्वालामुखी की एक दुर्लभ झलक देखने के लिए सैकड़ों हजारों पर्यटक आकर्षित हुए थे।