ड्यूटी से गैरहाजिर रहने वाले 4 डॉक्टरों पर गिरी गाज, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के निर्देश पर किया गया बर्खास्त
लखनऊ: ड्यूटी से अनुपस्थित रहने चिकित्सकों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। मंगलवार को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के निर्देश पर चार चिकित्सकों को बर्खास्त कर दिया गया है।मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनिहारी, गाजीपुर में तैनात डॉ. अब्दुल्लाह फैसल, मुख्य चिकित्साधिकारी, मीरजापुर के अधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सींखड़, मीरजापुर में तैनात डॉ. प्रगति शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी, जौनपुर के अधीन तैनात डॉ. प्रसन्न कुमार सिंह और मुख्य चिकित्साधिकारी, सुल्तानपुर के अधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, भदैया, सुल्तानपुर में तैनात डॉ. सन्तोष कुमार वर्मा पर कार्रवाई की गई है। लापरवाही और अनुशासनहीनता एवं लम्बे समय से शासकीय ड्यूटी से अनुपस्थित रहने का संज्ञान लेते हुए इन चिकित्सकों को बर्खास्त किया गया है।
वहीं, जिला चिकित्सालय, कुशीनगर में अव्यवस्थाओं एवं बाहर की दवा लिखे जाने संबंधी प्रकरण को लेकर बृजेश पाठक ने बाहर की औषधियों का परामर्श देने वाले चिकित्सकों के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने के आदेश मुख्य चिकित्साधिकारी कुशीनगर को दे दिये हैं। कार्रवाई के क्रम में कालपी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सा अधीक्षक डॉ. उदय कुमार का तबादला सामुदायिक केंद्र चुर्खी (बाबई) में कर दिया गया है। वहीं, गोंडा के सीएचसी कटरा बाजार पर तैनात कंप्यूटर आपरेटर अजय यादव पर जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर रुपए लेने के आरोप के मद्देनजर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उक्त कर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि सरकारी अस्पतालों में सुबह 8 से 2 बजे तक ओपीडी के संचालन का समय तय है। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ डॉक्टर हैं जो समय से पहले ही ओपीडी बंद करके घर चले जाते है। ऐसा ही एक मामला बीते दिनों गाजियाबाद जिले से सामने आया था। जहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। जिसमें डेढ़ बजे ओपीडी बंद कर डॉक्टरों के गायब होने की तस्वीरें दिखाई गई । वहीं, अब इस वीडियो का संज्ञान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लिया। डिप्टी सीएम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 5 डॉक्टरों को नोटिस जारी किया था और CMO को जांच के आदेश दिए थे।