40 जवानों को धमाके से उड़ाने के पीछे है इस शख्स का दिमाग
कश्मीर की टॉप इंटेलिजेंस एजेंसियों का मानना है कि पुलवामा अटैक के पीछे जैश के पाकिस्तानी कमांडर गाजी रशीद का ब्रेन हो सकता है. पुलवामा अटैक में आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ की बस को उड़ा दिया था. ऐसा माना जा रहा है कि गाजी घुसपैठ कर दक्षिणी कश्मीर पहुंचने में सफल रहा था.
जैश के स्नाइपर और मौलाना मसूद अजहर के भतीजे को पिछले साल त्राल में एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने मार गिराया था. इसी के बाद जैश-ए-मोहम्मद ने अपने टॉप कमांडर और आईईडी एक्सपर्ट गाजी रशीद को कश्मीर भेजा.
ऐसा माना जा रहा है कि गाजी अपने 2 सहयोगियों के साथ दिसंबर में भारत में घुसपैठ किया और दक्षिण कश्मीर में छिप गया. इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, रत्नीपुरा गांव में कुछ ही दिन पहले हुए मुठभेड़ में गाजी रशीद किसी तरह भाग निकलने में सफल हो गया था.
रत्नीपुरा में 11 फरवरी को हुए मुठभेड़ में एक स्थानीय मिलिटेंट की मौत हो गई थी जबकि तीन भागने में कामयाब हो गए थे. आर्मी कमांडर एचवी बलजीत भी इस दौरान शहीद हो गए थे.
कौन है गाजी रशीद- गाजी को मौलाना मसूद अजहर का बेहद भरोसेमंद और करीबी माना जाता है. उसने 2008 में जैश ज्वाइन किया और तालिबान में ट्रेनिंग ली. 2010 में वह उत्तरी वजीरिस्तान आ गया था.
इसके बाद गाजी पीओके में जैश के लोगों को ट्रेनिंग देने का काम करता था. उसे कश्मीर इसलिए भेजा गया था ताकि मसूद अजहर के दो भतीजों को मारे जाने का बदला लिया जा सके.
अजहर के भतीजे तलह रशीद और उस्मान को 2017 और 2018 में मार गिराया गया था. वहीं, गाजी रशीद की उम्र 32 साल बताई जाती है. सुरक्षा एजेंसिया गाजी को पकड़ने के लिए अभियान चला रही है.