नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि गंगा नदी की सफाई का काम 45 दिन के अंदर शुरू हो जाएगा और 140 नालों से गंदगी की नदी में निकासी पर रोक और तटों पर हरियाली लगाने से यह काम प्रारंभ किया जाएगा। केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह ऐलान किया। उन्होंने बताया कि गंगा के प्रवाह वाले राज्यों के सहयोग से गंगा की स्वच्छता के तात्कालिक एवं मध्यम कालिक उपायों का क्रियान्वयन 45 दिन के अंदर शुरू हो जाएगा। बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत तथा उत्तर प्रदेश, बिहार एवं पश्चिम बंगाल के सिंचाई मंत्री शामिल हुए। जबकि केन्द्र सरकार की ओर से सड़क, नौवहन एवं ग्रामीण विकास मंत्री नितिन गडकरी, वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और विज्ञान एवं तकनीकी राज्य मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्राधिकरण को जलसंसाधन मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में लाने के साथ ही भारती का कार्यकारी शक्तियों के साथ इसका उपाध्यक्ष बनाया है। प्राधिकरण की यह चौथी एवं मोदी सरकार के कार्यकाल में यह पहली बैठक थी। एजेंसी