ऋषिकेश : गढ़वाल का सुप्रसिद्ध नरेन्द्र नगर में होने वाले 46वें सिद्धपीठ मां कुंजापुरी पर्यटन और विकास मेले का आठ दिवसीय आयोजन 26 सितंबर से किया जाएगा। मेले की तैयारी को लेकर नगर पालिका परिषद नरेन्द्र नगर के टाउन हॉल में वन एवं तकनीकी शिक्षा, भाषा एवं निर्वाचन मंत्री उत्तराखंड सरकार सुबोध उनियाल की अध्यक्षता और जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डा. सौरभ गहरवार की उपस्थिति में एक बैठक हुई। इसमें इस 08 दिवसीय मेले का उद्घाटन 26 सितम्बर, 2022 को किए जाने का निर्णय लिया गया जबकि समापन 03 अक्टूबर, 2022 को किया जाएगा। मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न समितियों का गठन भी किया गया। इसमें सुबोध उनियाल ने कहा कि गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी नरेन्द्र नगर में आगामी शरदकालीन नवरात्रों के शुभ अवसर पर सिद्धपीठ मां कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेले का आयोजन किया जाएगा। मां कुंजापुरी पर्यटन एवं विकास मेला उत्तराखंड का सुप्रसिद्ध और बहुत पुराना मेला है। यह मेला धार्मिक मेले के रूप में प्रारम्भ हुआ था, जो काफी वर्षों से पर्यटन के क्षेत्र में इस मेले ने अपना स्थान बना लिया है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी स्तर पर भी मां कुंजापुरी के इस मेले के लिए धन की कोई कमी आड़े नही आने दी जायेगी। इस मेले में जिला प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का पहला मेला है जिसकी निरंतरता आज भी बनी हुई है। मेले का उद्देश्य लोगों का मनोरंजन करने के साथ ही खेलों को बढ़ावा देना यहां और की स्थानीय संस्कृति सभ्यता के संरक्षण के साथ-साथ विकास की निरंतरता को भी बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि मेले की गुणवत्ता पर ध्यान रखना जरूरी है। सभी को सकारात्मक सोच एवं रचनात्मकता के साथ अपना योगदान देना आवश्यक है। साथ ही मेले में जन कल्याणकारी योजनाओं के लिए विभागीय प्रदर्शनी/ स्टॉल लगाकर लाभार्थियों को लाभान्वित करने के भी निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि समितियों की बैठक तीन से चार दिन के अंदर करना सुनिश्चित करें। खेल प्रतियोगिताएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से संबंधित समितियां पहले ही अपनी तैयारियां पूर्ण कर लें। सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने विभागों की योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाना सुनिश्चित करेंगे। पार्किंग व्यवस्था एसडीएम सीओ और पीडब्ल्यूडी देखना सुनिश्चित करेंगे। ईओ नगरपालिका साफ-सफाई और वेस्ट मैनेजमेंट का ध्यान रखेंगे। सफाई के लिए समय निर्धारित कर सफाई करवाएंगे। विद्युत विभाग द्वारा विद्युत आपूर्ति, जल संस्थान द्वारा पेयजल व पानी निकासी व्यवस्था, खाद्य अभिहित अधिकारी द्वारा खाद्य पदार्थों को खुले में ना रखने संबंधी व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग द्वारा एंबुलेंस एवं स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।