मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि इसके लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देश पर सिस्टमेटिक वालंटियर एजूकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन प्रोग्राम (स्वेप) लागू किया गया है।
इसके तहत राज्य स्तर पर मतदाता महोत्सव, कठपुतली शो, इंटरनेट और रेडियो-टीवी और अन्य माध्यमों से युवाओं को जागरूक किया जाएगा। साथ ही जिलों में एक अक्तूबर से अभियान चलाया जा रहा है।
बीएलओ घर-घर जाकर भी जागरूक कर रहे हैं। जनवरी तक अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया गया है कि उत्तराखंड के चुनाव उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों के साथ कराए जाएं।
दो नवंबर को एक बार फिर केंद्रीय निर्वाचन आयोग की टीम राज्य के दौरे पर आने वाली है।