एक हिंदुस्तानी जिसने अमेरिका में चाय की धूम मचा दी…
एजेंसी/चाय वैसे तो हमारे देश का अघोषित राष्ट्रीय पेय है. जिस पर बहस-मुबाहिसे में न जाने कितनी सरकारें उखाड़ी-बनाई जाती हैं. जिसे बनाने का दावा खुद हमारे देश के प्रधानमंत्री करते हैं. लेकिन क्या आपको शायद ही इस बात का अंदाजा हो कि हिंदुस्तान के चाय की डिमांड इन दिनों अमेरिका के सबसे मशहूर औद्योगिक इलाके (सूचना-प्रौद्योगिकी) के सबसे बड़े केन्द्र में अचानक से बढ़ गई है. हालांकि वहां हाल के दिनों तक कॉफी का बोलबाला रहा है लेकिन हमारी देशी चाय उन्हें एकदम से पछाड़ रही है. इसके पीछे हमारे देशी छोरे गौरव चावला का हाथ है.
गौरतलब है कि गौरव सिलिकन वैली की एक बड़ी कंपनी में इंजीनियरिंग मैनेजर के तौर पर कार्यरत थे. उन्होंने एक बार नौकरी से थोड़ा अवकाश लिया और इस दौरान घर पर चाय की चुस्कियां लेते हुए उन भारतीयों का ख्याल आया जो गरमा-गरम कड़क चाय को याद करते हैं.
गौरव कहते हैं कि वे चावल बनाने वाले कूकर को साथ ले गए और इसमें थोड़ी-बहुत तब्दीलियां करके चाय बनाने वाले बर्तन बनवाया. उन्होंने अच्छी चाय बनाई और उन्हें महसूस हुआ कि चाय बनाने की इस पूरी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है.
गौरव सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से आते हैं और उन्होंने आसानी से चाय मशीन विकसित कर ली. उनकी बनाई गई मशीन से बनी चाय लोगों को धीरे-धीरे भाने लगी. इसके बाद उन्होंने ‘www.bravechime.com’ नाम की वेबसाइट शुरू की और लोगों को चाय बनाने की मशीन बेचने लगे. उनकी चाइम मशीन एक समय पर एक कप चाय बनाती है. इसमें काली चाय, मसाले वाली चाय और दूध की चाय बनाई जा सकती है.
सैन फ्रैंसिस्को और नजदीकी सिलिकन वैली में चाय की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है और वहां के कॉफी दुकानों में अब हिंदुस्तानी चाय भी एक विकल्प के तौर पर मौजूद है. गौरव कहते हैं कि सिलिकन वैली में भारतीयों का प्रभाव बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. कॉफी भले ही कितनी अच्छी हो लेकिन भारतीयों के लिए चाय पहले पायदान पर आता है. चाय तो हमारी परवरिश का अहम हिस्सा रही है.